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न वोट डाला, न प्रचार किया? जयंत सिन्हा को मिला नोटिस, BJP को दिया 2 पन्नों का जवाब

जयंत सिन्हा ने पार्टी की तरफ से मिसे नोटिस का जवाब दिया है. दो पन्नों के जवाब में उन्होंने कहा कि मार्च 2024 में लोकसभा चुनाव से काफी समय पहले ही मैंने सक्रिय चुनावी दायित्वों में भाग न लेने का फैसला लिया था.

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: Social Media

हजारीबाग से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा को पार्टी की तरफ से नोटिस मिला. लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार से दूरी और वोट न देने को लेकर जवाब तलब किया गया. अब जयंत सिन्हा ने पार्टी की तरफ से जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया है. उन्होंने दो पन्नों की चिट्ठी सोशल मीडिया पर शेयर की है. 

भाजपा के झारखंड महासचिव आदित्य साहू के पत्र के जवाब में सिन्हा ने कहा कि उन्होंने डाक मतपत्र प्रक्रिया के माध्यम से मतदान किया क्योंकि वह व्यक्तिगत कारण से विदेश में थे. झारखंड की हज़ारीबाग़ सीट से मौजूदा सांसद जयंत सिन्हा ने साहू को लिखे दो पेज के पत्र में कहा कि आपका पत्र पाकर मुझे बहुत आश्चर्य हुआ और पता चला कि आपने इसे मीडिया में भी जारी किया है.

जयंत सिन्हा का जवाब

जयंत सिन्हा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर अपना जवाब शेयर किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हुई बातचीत को मैं बताना चाहता हूं. मार्च 2024 में लोकसभा चुनाव से काफी समय पहले ही मैंने सक्रिय चुनावी दायित्वों में भाग न लेने का फैसला लिया था, जिससे मैं वैश्विक जलवायु परिवर्तन से उभरे मुद्दों पर काम कर सकूं. 

पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए मनीष जयसवाल जी को अपना उम्मीदवार घोषित किया. मेरा समर्थन तब स्पष्ट हुआ जब मैंने 8 मार्च 2024 को जयसवाल जी को बधाई दी.  इस बीच अगर पार्टी चाहती थी कि मैं चुनावी गतिविधियों में भाग लूं, तो आप मुझसे संपर्क कर सकते थे. 

मैं पार्टी के लिए आगे भी काम करता रहूंगा-पीएम मोदी

उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के लिए आगे भी काम करता रहूंगा. मुझे 10 साल तक हजारीबाग की जनता की सेवा करने का मौका मिला. मुझे पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी की तरफ से दी गई जिम्मेदारियों को पूरा करने का मौका मिला. इसके लिए मैं पार्टी का आभारी हूं. जयंत सिन्हा ने मार्च में घोषणा की थी कि वह 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें अपने "प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों" से मुक्त करने का अनुरोध किया है. 

हजारीबाग से नहीं मिला टिकट

जयंत सिन्हा ने यह भी कहा कि 30 अप्रैल को उन्हें जायसवाल का फोन आया था जिसमें उन्होंने उन्हें 1 मई को नामांकन रैली में आने का निमंत्रण दिया था, लेकिन वे देर से सूचना मिलने के कारण रैली में शामिल नहीं हो सके. बता दें कि पार्टी ने इस बार जयंत सिन्हा को हजारीबाग से टिकट नहीं दिया. उन्हों पार्टी की पहली लिस्ट आने से पहले ही चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई थी. झारखंड बीजेपी की और से जाकी एक पत्र में कहा गया कि जयंत सिन्हा मनीष जयसवाल के प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद चुनाव प्रचार में रुचि नहीं दिखा रहे हैं.