उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे चंद्रशेखर आजाद इस बार सबकी नजरों में आ गए हैं. सपा-भाजपा-बसपा सभी दल वाले सिर पकड़े बैठे हैं कि कल का आया एक युवा नेता दिग्गजों के कान काटे है, नीला गमछा डाले चंद्रशेखर आजाद जो बीच में रावण नाम से भी मशहूर हुआ, खूब धुआं काटे है. INDI गठबंधन से प्रत्याशी बनने का जुगाड़ भिड़ा रहे चंद्रशेखर सेटिंग ना बन पाने पर अपने ही बलबूते चुनाव में उतर गए हैं.
साल 2008 के परिसीमन के बाद बनी नगीना लोकसभा सीट पर अभी तक कुल तीन चुनाव हुए हैं. सपा, बसपा और बीजेपी तीनों ही एक-एक बार चुनाव जीत चुकी हैं. ऐसे में चंद्रशेखर की एंट्री ने तीनों ही पार्टियों की सांस अटका दी है. चंद्रशेकर पहले चाहते थे कि INDIA गठबंधन के तहत वह उम्मीदवार बनें और सपा यहां अपना उम्मीदवार न उतारे. हालांकि, जयंत चौधरी के INDIA गठबंधन छोड़ देने से उनकी भी बात बिगड़ गई.
अब एसपी के मनोज कुमार, बीजेपी के ओम कुमार, बीएसपी के सुरेंद्र पाल सिंह के सामने चंद्रशेखर भी खड़े हैं. पिछली बार सपा-बसपा के गठबंधन के चलते बीएसपी के गिरीश चंद्र यहां से चुनाव जीते थे. हालांकि, बीएसपी ने इस बार उन्हें भी टिकट नहीं दिया.