menu-icon
India Daily

'मुल्ला, मदरसा और माफिया,' पश्चिम बंगाल में 'M' फैक्टर पर क्यों घिरी है ममता बनर्जी सरकार?

ममता बनर्जी पर भारतीय जनता पार्टी माफियाओं और मुस्लिमों के तुष्टीकरण का आरोप लगा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह तक, तृणमूल कांग्रेस को इसी मुद्दे पर घेर रहे हैं.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Amit Shah
Courtesy: BJP/X

Lok Sabha Elections 2024: पश्चिम बंगाल लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार माफिया, मदरसा और मुसलमान पर बुरी तरह से घिरी है. शाहजहां शेख से लेकर धार्मिक तुष्टीकरण तक, ऐसे कई मुद्दे हैं, जिन्हें लेकर बीजेपी ममता सरकार पर हमला बोलती है. बीजेपी का कहना है कि ममता बनर्जी माफियाओं और मुसलमानों का तुष्टीकरण करती हैं, उनके इशारे पर राज्य में दंगा कराती हैं और हिंदुओं के लिए परेशानियां खड़ी करती हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार फिर मुल्ला, मदरसा और माफिया को लेकर ममता बनर्जी पर हमला बोला है. 

गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के कांथी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'ममता बनर्जी, मां-माटी-मानुष के नारे के साथ सत्ता में आई थीं, लेकिन ये नारा अब मुल्ला, मदरसा और माफिया में बदल गया है. सत्यजीत रे ने एक फिल्म बनाई थी - 'हीरक राजार देशे. अगर वो आज होते तो 'हीरक रानी' नाम की फिल्म बनाते.'


'CAA और वोट बैंक ममता की बढ़ाएंगे मुश्किलें'
अमित शाह ने कहा, 'प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ममता दीदी को दिया गया था लेकिन वह प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अयोध्या नहीं गई क्योंकि वह अपने वोट बैंक से डरती हैं. कांथी वालों आप लोग उनका वोट बैंक नहीं हो, उनका वोट बैंक वो घुसपैठिए हैं. उनके डर से वह नहीं गईं. ममता दीदी विरोध करती रह गई लेकिन हमने CAA पारित किया और हमारे शरणार्थियों भारतीयों को हमने नागरिकता दी.'

'केंद्र की योजनाओं की राह में खड़ी हैं ममता बनर्जी'
अमित शाह ने कहा, 'इस चुनाव में दो खेमे हैं. एक ओर भाजपा और NDA के साथी नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं. दूसरी ओर इंडी अलायंस है, जिसमें TMC, कांग्रेस और कम्युनिस्ट शामिल हैं. मोदी की सारी योजनाएं ममता बनर्जी रोक कर बैठी हैं. पीएम आवास योजना के अंतर्गत बिहार में 87 लाख पक्के घर बनें, जबकि बंगाल में सिर्फ 38 लाख घर बन पाए. जल जीवन मिशन से बिहार के 96% घरों में पानी पहुंचा, जबकि बंगाल में सिर्फ 39% घरों तक पानी पहुंचा.' उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी के विकास की राह में सबसे बड़ी बाधा ममता बनर्जी हैं.

अमित शाह ने कहा, 'बंगाल में राजनीतिक हिंसा ने लोकतंत्र को लगभग समाप्त कर दिया है. यहां पंचायत के चुनाव हुए, जिनमें 200 से ज्यादा लोग मारे गए. मगर मैं आपसे कहना चाहता हूं कि इस बार आप मत डरना, क्योंकि 5 चरण के चुनाव में ममता के गुंडे किसी का बाल भी बांका नहीं कर पाए.'

मुल्ला, मदरसा और माफिया पर क्यों घिरी हैं ममता बनर्जी?
हाल ही में संदेशखाली के मास्टरमाइंड शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के लिए केंद्रीय एजेंसियों की टीमें, जब पश्चिम बंगाल में पहुंची थीं, तब उसके समर्थकों ने हमला बोला था. इसके अलावा केंद्रीय एजेंसियों पर कई जगह हमले हुए. टीमें सिर्फ तलाश लेने के गई थीं लेकिन स्थानीय लोगों ने उन पर हमला बोला. यह संदेश गया कि यह हमला तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर हुए हैं और इनमें टीएमसी के कार्यकर्ता ही शामिल थे. ममता बनर्जी, अल्पसंख्यक हितों की बात करती हैं. उन पर आरोप है कि वे मुस्लिम तुष्टीकरण करती हैं और मुसलमानों पर हिंदुओं से ज्यादा ध्यान देती हैं. पश्चिम बंगाल में जब भी सांप्रदायिक दंगे भड़कते हैं, उन पर हिंदुओं के खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई करने के आरोप लगते हैं. 

ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में सीएए के खिलाफ मुखर हैं. उन्होंने वादा किया है कि वे न तो एनआरसी न ही सीएए अपने राज्य में लागू होने देंगी. बीजेपी का यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है, जिसे बीजेपी हिंदुओं के हक में मानती है, वहीं ममता बनर्जी इसके खिलाफ हैं. बीजेपी का आरोप है कि ममता बनर्जी बांग्लादेश के मुस्लिम घुसपैठियों को चुपके से वोट बैंक के लिए राज्य में बसाती हैं. इसके अलावा ममता बनर्जी पर मदरसों के सरंक्षण के भी आरोप लगते हैं. बीजेपी हमेशा से पश्चिम बंगाल के मदरसों को शक की नजर से देखती रही है. असम से लेकर यूपी तक, मदरसों पर सरकार की कड़ी नजर रहती है, वहीं ममता बनर्जी मदरसों को संरक्षण देती हैं. चुनावी माहौल में इन्हीं मुद्दों को बीजेपी मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ती है. देखने वाली बात ये है कि पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर किन मुद्दों के सहारे, किसे ज्यादा सीटें मिलती हैं.