Mayawati Removes Akash Anand: बिजनौर में तू-तड़ाक, गद्दार और घमंडी जैसे शब्दों का यूज, भाजपा पर जमकर निशाना वाल बयान... ये सब उन सभी कारणों में शामिल है, जिनकी वजह से आकाश आनंद को मायवती के उत्तराधिकारी और बसपा के नेशनल को-ऑर्डिनेटर पद से हाथ धोना पड़ा. आकाश आनंद के इन बयानों ने ही उनका बेड़ा गर्क कर दिया. आकाश आनंद को हाल ही में मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और उन्हें बसपा का नेशनल को-ऑर्डिनेटर भी बनाया था. लेकिन एक दिन पहले यानी मंगलवार को मायावती ने भतीजे आकाश आनंद से ये सारी जिम्मेदारियां छीन लीं. हालांकि, मायावती ने इसके पीछे के कारणों के बारे में बताते हुए कहा कि अभी आकाश आनंद इन पदों के लिए मैच्योर नहीं हैं.
मायावती, आकाश आनंद को महत्वपूर्ण पदों से हटाए जाने के पीछे के कारणों के बारे में जो भी बताएं, लेकिन माना जा रहा है कि पिछले दिनों आकाश आनंद के दिए गए बयानों ने उनका 'खेल' खत्म कर दिया. मायावती ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट शेयर कर लिखा....
बहुजन समाज पार्टी (BSP) राजनीतिक दल के साथ बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान, स्वाभिमान और सामाजिक परिवर्तन का भी आंदोलन है, जिसके लिए कांशीराम और मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है. इसे और गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है. पार्टी अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, लेकिन बसपा और आंदोलन के मैच्योरिटी आने तक अभी उन्हें (आकाश आनंद) इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.
1- तू-तड़ाक वाला भाषण
आकाश आनंद ने 6 अप्रैल को बिजनौर में चुनावी सभा की. इस दौरान उन्होंने भीम आर्मी चीफ पर जमकर निशाना साधा. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद का नाम लिए बिना आकाश आनंद ने तू-तड़ाक कर भाषण दिया.
बिजनौर में ही आकाश आनंद ने भाजपा को भी घेरा और कहा कि सरकारी खर्चे पर भारतीय जनता पार्टी अपनी उपलब्धियों का बखान कर रही है. उन्होंने यूपी की योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि यहां की सरकार को अच्छा लगता है, जब कोई उन्हें बुलडोजर वाली सरकार कहता है, लेकिन जनता ने तोड़ने नहीं जोड़ने के लिए भाजपा को चुना है.
3- BJP को गद्दार और घमंडी बताया
आकाश आनंद 24 अप्रैल को संत कबीर नगर में एक जनसभा करते हैं. यहां वे एक बार फिर भाजपा पर हमलावर होते हैं और कहते हैं कि भाजपा को गद्दार और घमंडी बताते हैं. आकाश कहते हैं कि भाजपा ने राम मंदिर बनवाया, लेकिन तुम भगवान को लाने वाले कौन हो? मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बना है और इसमें जनता का पैसा लगा है. भाजपा ने मंदिर के लिए क्या किया है?
4- उन्हें जमीन में दफ्न कर देना चाहिए
आकाश आनंद, संत कबीर नगर में जनसभा के 4 दिन बाद यानी 25 अप्रैल को आजमगढ़ पहुंचते हैं. यहां वे कहते हैं कि सरकारी पेपर लीक होने वाले आरोपियों को जमीन में दफ्न कर देना चाहिए. यहां वे इस बार भाजपा को छोड़कर समाजवादी पार्टी पर हमलावर होते हैं और सपा को देशद्रोही के साथ-साथ गद्दार बताते हैं.
5- ये आतंकवादी सरकार है
आजमगढ़ में रैली के तीन दिन बाद यानी 28 अप्रैल को सीतापुर में एक बार आकाश आनंद बरसते और गरजते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार बुलडोजर नहीं बल्कि आतंकवादी सरकार है. ऐसी सरकार को उखाड़कर फेंकना, जिसने आवाम को गुलाम बनाया है. वे कहते हैं कि जो सरकार युवाओं को रोजगार और होनहारों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था नहीं कर सकती, ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है. आप जूता लेकर तैयार रहिए, ऐसी सरकार को जूता मारने का वक्त आ चुका है.
6 साल पहले यानी 2017 में आकाश आनंद ने राजनीति में एंट्री की थी. तब वे सहारनपुर में मायावती की एक जनसभा में मंच दिखे थे. दो साल बाद यानी 2019 में आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया. 2022 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मायावती के भतीजे आकाश का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आया. आकाश आनंद ने लंदन से MBA किया है. उनकी शादी बहुजन समाज पार्टी के पूर्व राज्यसभा सदस्य अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉक्टर प्रज्ञा से हुई है.