कलबुर्गी से कांग्रेस के उम्मीदवार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि बड़ी आफत में फंस गए हैं. 800 करोड़ रुपए के कथित घोटाले के सिलसिले में डोड्डामणि समेत 5 लोगों के खिलाफ सीबीआई और कर्नाटक लोकायुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई गई है. शिकायत करने वाले भाजपा के बेंगलुरु दक्षिण जिला अध्यक्ष एनआर रमेश हैं.
घोटाले के मुख्य आरोपी बनाए गए डोड्डामणि
इस कथित 800 करोड़ रुपए के घोटाले में डोड्डामणि को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है. डोड्डामणि फिलहाल डॉ. बीआर अंबेडकर मेडिकल कॉलेज और डॉ. बीआर डेंटल कॉलेज में प्रबंधन समिति के प्रमुख हैं. डोड्डामणि पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने, जालसाजी और सत्ता का दुरुपयोग करने जैसे आरोप लगाए गए हैं.
इन लोगों को भी बनाया गया आरोपी
इसके अलावा इस मामले में एचएस महादेव प्रसाद, डॉ. एनटी मुरली मोहन और वीएस कुबेर को भी आरोपी बनाया गया है. इसके अलावा एक शिकायत जन संपर्क अधिकारी अमानुल्ला खान के खिलाफ भी की गई है.
फर्जी दस्तावेजों से MBBS और BDS में कराए अमीर बच्चों के दाखिले
शिकायतकर्ता एनआर रमेश ने दावा किया कि इन लोगों ने MBBS और BDS जैसे कोर्सों में दाखिला दिलाने के मकसद से बड़े परिवारों के अपात्र बच्चों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपए इकट्ठा किए.
फर्जी दाखिले कराकर बनाए 800 करोड़
उन्होंने दावा किया कि इस तरह फर्जी दस्तावेज के माध्यम से डॉ. बीआर अम्बेडकर मेडिकल कॉलेज और डॉ. बीआर अम्बेडकर डेंटल कॉलेज में इन अपात्र छात्रों को दाखिला दिया गया और ऐसा कर उन्होंने लगभग 800 करोड़ रुपए की कमाई की. उन्होंने कहा कि इस मामले में कॉलेज के कुछ कर्मचारियों, कार्यकर्ताओं और सदस्यों ने राज्यपाल कार्यालय और कर्नाटक सरकार के मुख्य सचिव से शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने कहा कि 2008-09 से अब तक मैनेजमेंट कोटा के तहत दाखिले को लेकर हजारों अनियमितताएं सामने आ चुकी हैं.
अमानुल्ला खान ने ताक पर रखे सभी नियम कानून
एनआर रमेश ने दावा किया कि चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी अमानुल्ला खान के पीआरओ बनाए जाने के बाद सभी नियमों और निर्देशों के ताक पर रखकर परीक्षा में फेल हुए छात्रों को भी एडमिशन दे दिया गया. उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा में फेल होने वाले कई छात्रों के झारखंड और अन्य राज्यों से फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कराए गए और उन्हें MBBS और BDS कोर्सों में दाखिला दे दिया गया.
प्रत्येक छात्र से वसूले गए 1-2 करोड़
उन्होंने आरोप लगाया कि दाखिले के लिए प्रत्येक छात्र से 1 करोड़ से 2 करोड़ रुपए वसूले गए. इसके अलावा उन्होंने इंटरनल एग्जाम्स में 100% अंक दिलाने के लिए लाखों रुपए वसूले और इस तरह से एक बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया. सबूत के तौर पर उन्होंने एक अपात्र छात्र की जानकारी उपलब्ध कराई है जिसकी झारखंड से फर्जी मार्कशीट बनवाई गई और उसे कर्नाटक में मेडिकल सीट दे दी गई. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि पिछले 15 सालों से इस तरह का घोटाला चला आ रहा है.
रमेश ने कहा कि अमानुल्ला खान इस समय तमिलनाडु के कृष्णागिरी में 500 करोड़ की लागत से एक मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं.
18 बार में MBBS करने वाले राधाकृष्ण बन गए प्रोफेसर
एनआर रमेश ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे की सरपरस्ती में उनके दामाद राधाकृष्ण, जिन्हें 18 प्रयासों में अपनी MBBS की पढ़ाई पूरी की, उन्हें कॉलेज में प्रोफेस बना दिया गया. यही नहीं उन्होंने संदिग्ध तरीके से एमडी कोर्स भी भूरा कर लिया. गौरतलब है कि राधाकृष्ण कलबुर्गी से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां तीसरे चरण के तहत आज मतदान हुआ.