'राम का नाम कम, कांग्रेस का नाम ज्यादा लेते हैं मोदी', मल्लिकार्जुन खड़गे ने मारा BJP पर ताना
मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया है कि 4 जून को इंडिया गठबंधन नई सरकार बनाने जा रही है. अभी आपको यह अचंभा लगेगा लेकिन यह देश का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है, यह लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है. यह चुनाव संविधान बचाने का चुनाव है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जमकर हमला बोला. बुधवार को मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह चुनाव देश को बचाने का चुनाव है, इसमें एनडीए गठबंधन की हार तय है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी दावा किया है कि मोदी सरकार के दिन बीत चुके हैं, अब सत्ता में इंडिया ब्लॉक आएगा. मल्लिकार्जुन खड़गे यह भी कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम का नाम कम, कांग्रेस का नाम ज्यादा लेते हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'चार चरण के चुनाव संपन्न हो चुके हैं, इंडिया गठबंधन मजबूत स्थिति में है. जनता ने PM मोदी की विदाई तय कर दी है. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 4 जून को इंडिया गठबंधन नई सरकार बनाने जा रही है. 2024 का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है, यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है. यह दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है.'
'संविधान बदलना चाहते हैं बीजेपी नेता, मोदी ने साधी है चुप्पी'
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'हमने देश को बहुत कुछ दिया है. महात्मा गांधी ने आजादी दिलाई, जवाहर लाल नेहरु ने लोकतंत्र की बुनियाद डाली, डॉ. बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान लिखा. ये लोग इसे बदलने की कोशिश कर रहे हैं. हम ये नहीं कहते कि हमारे पास इसे साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है. पहली बार राष्ट्रीय स्वयं संघ के नेता मोहन भागवत ने कहा था कि अगर हम आएंगे तो हम संविधान में बदलाव लाएंगे. उत्तर प्रदेश में तो भाजपा नेता संविधान बदलने की बातें करते ही रहते हैं. मुझे हैरानी होती है कि पीएम मोदी इस पर चुप बैठे रहते हैं. ये देश, संविधान और लोकतंत्र को बचाने का विषय है, इस पर आप क्यों नहीं बोलते?'
'हम लड़ रहे गरीबों की लड़ाई'
मल्लिकार्जुन खड़गे, 'मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में एक तरफ गरीबों के पक्ष में खड़ी पार्टियां हैं, दूसरी तरफ अमीरों के साथ रहने वाली पार्टी है. यह पार्टी लोगों को जाति और धर्म के नाम पर लड़ा रही है. हमारी लड़ाई गरीबों की लड़ाई है. हम गरीबों की ओर से हैं. हम उन लोगों की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिन्हें एक वक्त का खाना तक नहीं मिलता, जहां लोग पूरी पढ़ाई के लिए भी रोजगार के लिए तरसते हैं. सरकारी नौकरियों में जगह रिक्त हैं लेकिन मोदी सरकार भर्ती नहीं कर रही है.'