Lok Sabha Elections 2024: महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटो में शिवसेना UBT 21, कांग्रेस 17 और एनसीपी SP 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. महाअघाड़ी के नेता लगातार कह रहे हैं अब कोई मतभेद नहीं है, लेकिन अभी यह कहना ठीक नहीं होगा. आपसी नाराजगी चुनावी मैदान में नजर आ सकती है.
संजय निरुपम उत्तर पश्चिम सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन UBT ने अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार बनाया तो निरुपम कांग्रेस पार्टी से नाराजगी के बाद पार्टी छोड़ी और अब शिवसेना शिंदे ग्रुप ज्वाइन कर उम्मीदवार बन सकते हैं या बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. निरुपम ने साफ कहा है कि वो चुनाव लड़ेंगे और जल्द ही पार्टी का नाम बता देंगे.
दूसरा कि सांगली से विशाल पाटिल और विश्वजीत कदम ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रखी है. विश्वजीत दिल्ली आलाकमान तक जाकर आए लेकिन सांगली सीट से UBT ने अपने उम्मीदवार चंद्रहार पाटिल को उतार दिया है. ऐसे में विशाल पाटिल और विश्वजीत कभी भी बड़ा फैसला ले सकते हैं. ये कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है इसलिए इसे छोड़ना नहीं चाहते हैं.
तीसरी सीट दक्षिण मध्य मुंबई की है जिस पर UBT ने अनिल देसाई को टिकट दिया है, लेकिन कांग्रेस इस पर वर्षा गायकवाड को उम्मीदवार बनाना चाहती थी. वर्षा मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष है और उनके दिवंगत पिता एकनाथ गायकवाड इस सीट से पूर्व लोकसभा में जा चुके हैं. ऐसे में वर्षा गायकवाड और स्थानीय कांग्रेस नेताओं में जमकर नाराजगी है.
चौथी सीट भिवंडी की है लेकिन इस सीट पर उद्धव ने नहीं बल्कि शरद पवार ने मुश्किल खड़ी कर दी है. इस सीट पर कांग्रेस लड़ती रही है, लेकिन शरद पवार ने सुरेश म्हात्रे ऊर्फ बाल्या मामा को टिकट दे दिया, लेकिन दयानंद चोरघे इस बात से नाराज हैं. कांग्रेस के आज सारे सीनियर कांग्रेस नेता और खुद शरद पवार एनसीपी प्रमुख पहली बार शिवालय में आए और प्रेस कॉन्फ्रेंस की. नरीमन पॉइंट पर स्थित शिवालय शिवसेना का प्रदेश मुख्यालय है.
दरअसल इस पीसी को शिवालय में रख कर UBT ने यहां भी अपनी भूमिका MVA में बड़े भाई की रखी है. इससे राज्य में UBT को लेकर संदेश देने की कोशिश है इसलिए राउत ने उसका जिक्र कर धन्यवाद दिया. MVA के PC में स्पष्ट कहा गया अब हमारा निशाना सीधे बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी की सरकार है.
चंद्रपुर में पीएम मोदी की हुई सभा पर तीनों दलों के नेता हमलावर रहे. शरद पवार ने कहा देश के अब तक के प्रधानमंत्रियों में नरेंद्र मोदी ने पद की बेइज्जती की,जबकि उद्धव ठाकरे ने धनउगाही पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी कहकर उन पर निशाना साधा.