Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को देश के कई राज्यों में 88 लोकसभा सीट पर वोट डाले गए. दूसरे चरण में भी पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग प्रतिशत रिकॉर्ड की गई है. चुनाव आयोग की ओर से शेयर की गई जानकारी के अनुसार दूसरे चरण में 64.2% वोटिंग दर्ज की गई है. पहले चरण की अगर हम बात करें तो इस दौरान भी मतदान करीब 66% फीसदी रिकॉर्ड किया गया था.
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और बिहार में मुख्य रूप से कम मतदान दर्ज की गई है. दूसरे चरण में महाराष्ट्र में 59.6 फीसदी, बिहार में 57 फीसदी और उत्तर प्रदेश में 54.8 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. लोकसभी चुनाव 2019 की अगर हम बात करें तो इस दौरान महाराष्ट्र में 63 फीसदी, बिहार में 63% फीसदी और उत्तर प्रदेश में 62 फीसदी मतदान हुआ था.
राजस्थान की अगर हम बात करें तो 25 सीटों पर 64.07% मतदान हुआ, साल 2019 में इन्हीं सीटों पर 68% मतदान हुआ था. केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर 67.15% मतदान हुआ, जबकि 2019 में इन्हीं सीटों पर 78% मतदान हुआ था. कर्नाटक की 14 लोकसभा सीटों पर 68.38% मतदान हुआ, जबकि 2019 में इन्हीं सीटों पर 67% मतदान हुआ था।. त्रिपुरा की एक सीट पर 79.59% मतदान हुआ, जबकि 2019 में इस सीट पर 82.9% मतदान हुआ था. दूसरे चरण के मतदान के बाद चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि सभी राज्यों में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हो गया किसी भी जगह से हिंसा की कोई शिकायत नहीं आई.
दूसरे चरण के मतदान संपन्न होने के बाद पीएम मोदी ने मतदान करने वालों को धन्यवाद देते हुए विश्वास जताया कि यह मतदान एनडीए के पक्ष में जाएगा. सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि दूसरा चरण बहुत अच्छा रहा! भारत भर के लोगों का आभार जिन्होंने आज मतदान किया. एनडीए को मिल रहा अद्वितीय समर्थन विपक्ष को और भी निराश करने वाला है. मतदाता एनडीए का सुशासन चाहते हैं. युवा और महिला मतदाता एनडीए को मजबूत समर्थन दे रहे हैं.
अब तक के दो चरणों में कम वोटिंग प्रतिशत के चलते किस दल को फायदा होगा और किस दल को नुकसान होगा इस बात पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है. दरअसल, पक्ष और विपक्ष के तमाम नेताओं की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि वोटिंग उनके पार्टी के फेवर में हुई है. ऐसे में लोकसभा चुनाव का एग्जिट पोल आने के बाद शायद स्थिती कुछ हद तक साफ हो जाएगी कि किस दल की क्या स्थिति रहेगी. हालांकि, सटीक जानकारी के लिए चुनावी नतीजों का इंतजार करना पड़ेगा.