Lok Sabha Elections 2024: चुनाव जीते न जीते... मशहूर होना है; चप्पलों की माला पहनकर वोट मांगने वाले 2 प्रत्याशियों की कहानी
Lok Sabha Elections 2024: 7 चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में 10 दिन का समय रह गया है. ऐसे में अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों समेत निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव प्रचार में एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. कुछ अपने-अपने मुद्दे लेकर जनता के बीच जाकर वोट मांग रहे हैं, तो कुछ प्रत्याशी ऐसा भी हैं, जो चुनाव प्रचार के लिए 'अनोखा तरीका' अपना रहे हैं.
Lok Sabha Elections 2024: चुनावी मौसम में कई ऐसे प्रत्याशी होते हैं, जिनका जीत से कोई लेना देना नहीं होता, उन्हें बस चुनाव लड़ना होता है. ऐसे उम्मीदवार बकायदा निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन दाखिल करते हैं और इससे पहले चुनाव आयोग से चुनाव चिन्ह भी लेते हैं. चुनाव आयोग भी इन्हें कभी-कभी ऐसे चुनाव चिन्ह का आवंटन कर देता है, जो चर्चा का विषय बन जाता है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और तमिलनाडु के विलुप्पुरम लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशियों का है.
चुनाव आयोग ने दोनों निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए 'चप्पल' चुनाव चिन्ह आवंटित किया है. ऐसे में ये दोनों निर्दलीय प्रत्याशी वोट मांगने के लिए निकलते समय बकायदा अपने चुनाव चिन्ह यानी चप्पलों की माला पहनते हैं और जनता से वोट की अपील करते हैं. सबसे पहले बात देश के सबसे अधिक लोकसभा सीट वाले उत्तर प्रदेश के निर्दलीय प्रत्याशी की.
अलीगढ़ से निर्दलीय ताल ठोंक रहे हैं पंडित केशव देव
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से निर्दलीय उम्मीदवार पंडित केशव देव को चुनाव आयोग ने 'चप्पल' चुनाव चिन्ह दिया है. केशव ने अपने चुनाव चिन्ह का अधिक से अधिक फायदा उठाने की कोशिश करते हुए चुनाव प्रचार के दौरान गले में 7 चप्पलों की माला लटका लेते हैं. वे अपने लोकसभा क्षेत्र में इसी तरीके से वोट अपील करते हैं. इससे पहले 2022 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी अलीगढ़ विधानसभा सीट से पंडित केशव देव ने चुनाव ताल ठोंकी थी. उस दौरान चुनाव आयोग ने केशव देव को 'जूता' चुनाव चिन्ह दिया था.
अब बात तमिलनाडु के विलुप्पुरम लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी की
तमिलनाडु की विलुप्पुरम लोकसभा सीट से निर्दलीय ताल ठोंकने वाले अरासन भी चर्चा में हैं. चुनाव आयोग ने उन्हें भी 'चप्पल' चुनाव चिन्ह आवंटित किया है. अरासन भी अपने लोकसभा क्षेत्र में चप्पलों की माला पहनकर वोट मांगते दिख रहे हैं. अरासन ने बताया कि उनका ये तरीके उनके समुदाय और उनके जैसे गरीब लोगों के संघर्ष का प्रतीक है.
तमिलनाडु में पहले फेज में वोटिंग कराई जाएगी. तमिलनाडु के साथ-साथ 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी चुनाव होंगे. वोटिंग 4 जून को होगी.