Lok Sabha Elections 2024: अमित शाह से लेकर डिंपल यादव तक, तीसरे चरण में दांव पर इन 'सूरमाओं' की किस्मत

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे फेज के लिए कुछ देर बाद वोटिंग शुरू हो जाएगी. तीसरे चरण में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव तक की राजनीतिक किस्मत दांव पर है.

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Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय मंत्री अमित शाह, प्रह्लाद जोशी और ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह, एनसीपी (शरद पवार गुट) की सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव तक की राजनीतिक किस्मत का फैसला आज मतदाता करेंगे. लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण का मतदान आज हो रहा है. तीसरे चरण के लिए 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 93 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है. जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वोटिंग हो रही है, उसमें असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, गोवा, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल है.

लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 93 सीटों पर 1,351 उम्मीदवार मैदान में हैं. कुल 2,963 नामांकन दाखिल किए गए थे और जांच के बाद 1,563 नामांकन वैध पाए गए. इस चरण में कई प्रमुख उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. आइए, जानते हैं इनमें कौन-कौन शामिल हैं?

1. अमित शाह (गुजरात में गांधीनगर)

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुजरात के गांधीनगर से चुनावी मैदान में हैं. ये लोकसभा सीट भाजपा के लिए प्रतिष्ठित मानी जाती है. भाजपा 1989 से इस लोकसभा सीट पर अजेय रही है. देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी कई बार यहां से चुनकर संसद पहुंचे हैं. 2019 से यहां अमित शाह चुनाव लड़ रहे हैं. अमित शाह का मुकाबला कांग्रेस की सोनल पटेल से है. 2019 में शाह ने सीजे चावड़ा को 5.55 लाख वोटों के अंतर से हराकर बड़ी जीत दर्ज की थी.

2. ज्योतिरादित्य सिंधिया (मध्य प्रदेश में गुना)

नागरिक उड्डयन मंत्री ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के गुना लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. सिंधिया कांग्रेस के पूर्व नेता हैं, जो 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे. सिंधिया 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के केपी यादव से हार गए थे. भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सिंधिया का इस बार मुकाबला कांग्रेस के यादवेंद्र राव देशराज सिंह से है.

3. डिंपल यादव (उत्तर प्रदेश में मैनपुरी)

समाजवादी पार्टी नेता डिंपल यादव उत्तर प्रदेश की मैनपुरी से चुनावी मैदान में हैं. मैनपुरी समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. इस सीट से डिंपल यादव के ससुर मुलायम सिंह यादव कई बार जीत दर्ज कर चुके हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी मुलायम सिंह यादव ने इस सीट से जीत दर्ज की थी, लेकिन 10 अक्टूबर 2022 को मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट खाली हुई थी. डिंपल ने दिसंबर 2022 में मैनपुरी उपचुनाव में बीजेपी के रघुराज सिंह शाक्य को 2,88,461 वोटों के अंतर से हराया था. इस बार उनका मुकाबला बीजेपी के जयवीर सिंह ठाकुर से है.

4. सुप्रिया सुले (महाराष्ट्र में बारामती)

बारामती लोकसभा सीट को 'पवार परिवार' का गढ़ कहा जाता है, वहां तीन बार की मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले का मुकाबला अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार से है. भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में अजित पवार के शामिल होने के बाद वे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बने थे और अब उनकी पत्नी इस सीट से सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं.

शरद पवार पहली बार 1984 में बारामती से जीते थे. 1991 में उनके भतीजे अजित पवार ने इस सीट से जीत हासिल की थी. 1996 से बारामती से पहले शरद पवार और फिर सुप्रिया सुले जीत दर्ज करती आ रहीं हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में सुले ने भाजपा उम्मीदवार कंचन राहुल को 1.5 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था.

5. दिग्विजय सिंह (मध्य प्रदेश में राजगढ़)

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. दिग्विजय सिंह ने इस चुनाव को अपना आखिरी चुनाव बताया है. दिग्विजय सिंह का मुकाबला भाजपा के दो बार के सांसद रोडमल नागर से है. 

6. शिवराज सिंह चौहान (मध्य प्रदेश में विदिशा)

पिछले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा ने नए चेहरे मोहन यादव को मध्य प्रदेश की कमान सौंपी थी, जिसके बाद मध्य प्रदेश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से लोकसभा चुनाव में उतारा गया है. चौहान का मुकाबला कांग्रेस के प्रताप भानु शर्मा से है.

7. प्रल्हाद जोशी (कर्नाटक में धारवाड़)

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी कर्नाटक के धारवाड़ लोकसभा सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. जोशी 2004 से इस सीट से जीतते आ रहे हैं. इस बार वे कांग्रेस के विनोद आसुती के खिलाफ मैदान में हैं. जोशी ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए II सरकार में केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री के रूप में काम किया है.

8. अधीर रंजन चौधरी (पश्चिम बंगाल में बहरामपुर)

कांग्रेस के सीनियर नेता अधीर रंजन चौधरी 2009 से 2019 तक तीन बार बहरामपुर से कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. 2019 में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अपूर्बा सरकार को 80,000 से अधिक वोटों से हराया. इस बार उनका मुकाबला बीजेपी के निर्मल साहा और टीएमसी के पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान से है.

9. बदरुद्दीन अजमल (असम में धुबरी)

ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के चीफ बदरुद्दीन अजमल 2009 से धुबरी लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. 2019 में उन्होंने 7.18 लाख से अधिक वोटों के साथ तीसरी बार सीट हासिल की थी. इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के रकीबुल हुसैन से है.

लोकसभा चुनाव 2024 सात चरणों में कराए जा रहे हैं. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को हुआ था, जबकि दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को हुआ था. तीसरे चरण का मतदान आज हो रहा है. सभी सात चरणों के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.