स्मृति ईरानी को हराकर हीरो बने केएल शर्मा, क्या करता है उनका परिवार?

किशोरी लाल कांग्रेस परिवार के करीबी माने जाते हैं. अमेठी से जब उन्हें टिकट दिया गया कि तो बीजेपी की ओर से कहा गया कि राहुल गांधी डर कर अमेठी से भाग गए हैं. 

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यूपी ने बीजेपी का बड़ा झटका दिया है. 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य में बीजेपी सिर्फ 33 सीटों पर सिमट गई. कई बड़े चहरे हार गए. अमठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चुनाव हार गई हैं. उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा ने 167196 वोटों से हराया. किशोरी लाल कांग्रेस परिवार के करीबी माने जाते हैं. अमेठी से जब उन्हें टिकट दिया गया कि तो बीजेपी की ओर से कहा गया कि राहुल गांधी डरकर अमेठी से भाग गए हैं. 

राहुल गांधी इसबार दो जगहों से चुनाव लड़े, वायनाड और रायबरेली. दोनों जगहों पर उन्हें जीत मिली. रायबरेकी सीट का प्रतिनिधित्व उनकी मां सोनिया गांधी 2004 से करती रही हैं. राहुल गांधी 2019 में अमेठी से स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे. 

प्रियंका गांधी ने केएल शर्मा को जीत की बधाई दी. उन्होंने बधाई देते हुए आगे लिखा- आपको और अमेठी के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई. प्रियंका गांधी वाड्रा ने 1999 में पहली बार अमेठी सीट पर अपनी मां सोनिया गांधी के चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी. अमेठी में 2004, 2009, 2014 व 2019 में भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रचार की बागडोर भी प्रियंका ने अपने हाथों में थी. इस बार प्रियंका ने किशोरी लाल के लिए चुनाव प्रचार किया. नामांकन से लेकर रैली और रोड़ शो किए. 

गांधी परिवार का गढ़ रहा है ंअमेठी

25 साल में पहली बार अमेठी सीट पर नेहरू-गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनावी मैदान में नहीं था. अमेठी से गांधी परिवार के अलावा किसी और को मैदान में उतारने का आखिरी मौका 1998 में आया था, जब कांग्रेस ने इस सीट के लिए दिग्गज नेता कैप्टन सतीश शर्मा को चुना था. हालांकि, शर्मा भाजपा के संजय सिंह से हार गए थे. इससे पहले, शर्मा 1996 के आम चुनावों में भाजपा के राजा मोहन सिंह के खिलाफ विजयी हुए थे.

जीत से पत्नी और बेटी खुश

जीत के बाद किशोरी लाल शर्मा की पत्नी किरण शर्मा ने कहा 40 वर्षों की तपस्या का फल है. जीत का सारा श्रेय अमेठी की जनता को जाता है. अमेठी की जनता ने जिस तरीके से प्यार और आशीर्वाद दिया वह बधाई के पात्र हैं और इसे मैं बहुत बड़ी जीत मानती हूं. वहीं उनकी बेटी अंजलि ने कहा कि उनके पापा की जीत हुई है उन्हें बहुत खुशी है. जनता ने हम पर भरोसा जताया हम अमेठी की जनता को यह भरोसा दिला रहे हैं कि हम हमेशा अमेठी की सेवा करेंगे. 

कौने हैं किशोरी लाल शर्मा? 

गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल शर्मा लुधियाना, पंजाब से हैं. कांग्रेस से उनका जुड़ाव 1983 से है, जब उन्होंने राजीव गांधी के साथ काम करना शुरू किया था. राजीव गांधी की हत्या के बाद किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी में कैप्टन सतीश शर्मा के साथ काम किया और 1999 से अमेठी में सोनिया गांधी के साथ जुड़े रहे. बाद में शर्मा रायबरेली और अमेठी दोनों सीटों के प्रभारी रहे. 2004 में सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद बनीं तो सांसद प्रतिनिधि की जिम्मेदारी संभाली. सांसद सोनिया गांधी की अनुपस्थिति में भी उनके कार्यालय आने वाले हर एक जरूरतमंद की हरसंभव मदद की.