बिजली की दिक्कत, सड़कें नहीं... फिर भी कर्नाटक के इस गांव में हुई 100 फीसदी वोटिंग

Lok Sabha Elections 2024: कर्नाटक के एक गांव ने वोटिंग में इतिहास रच दिया है, वो भी विषम परिस्थितियों में. दरअसल, कर्नाटक के वेलथांगडी जिले के एक गांव में न तो बिजली की सुविधा है और न ही सड़कें हैं, लेकिन फिर भी गांव के सभी लोगों ने पोलिंग बूथ पर पहुंचकर लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व का जश्न मनाया.

Lok Sabha Elections 2024: देश के एक ऐसे गांव के लोगों ने वोटिंग में इतिहास रचा है, जहां न तो बिजली है, न सड़कें है, न ट्रांसपोर्टेशन की प्रॉपर करनेक्टिविटी है. तमाम असुविधाओं के बावजूद गांव के लोग अपने पोलिंग बूथ पर पहुंचे और वोट डाला. इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के मुताबिक, कर्नाटक के  बेलथांगडी जिले के बंजारुमाले गांव में 100 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है.

बेलथांगड़ी जिला दक्षिण कर्नाटक में आता है. यहां के बंजारुमाले गांव में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत शुक्रवार को वोटिंग हुई. शाम 6 बजे तक वोटिंग खत्म होने के कुछ घंटे पहले ही गांव के सभी वोटर्स ने अपना-अपना वोट डाल लिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गांव में वोटर्स की संख्या 111 है. 

गांव में वनवासी, आदिवासियों की संख्या ज्यादा

इस गांव में वनवासी, आदिवासी किसानों की संख्या ज्यादा है. बिजली या परिवहन कनेक्टिविटी न होने के बावजूद, लोग पश्चिमी घाट की पहाड़ियों में बारहमासी जल स्रोतों के पानी का उपयोग करते हैं. अपने तालुक मुख्यालय बेलथांगडी तक पहुंचने के लिए, लोगों को मुदिगेरे से बस से यात्रा करनी पड़ती है या घने जंगलों के बीच 8 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. इन सभी समस्याओं के बावजूद गांव के सभी लोगों ने पोलिंग स्टेशन पर पहुंचकर वोट डाला. 

विधानसभा चुनाव में भी 99% हुई थी वोटिंग

बंजारुमाले गांव के रहने वाले अन्नी मालेकुडिया ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि हम कभी भी शिकायत नहीं करते हैं. हम समझते हैं कि शहरों को जो सुविधाएं दी जाती हैं, वे सभी गांवों को नहीं दी जा सकतीं. फिर भी हमने अपना मतदान का धर्म निभाया है. मुझे यकीन है कि अगर 500 या उससे अधिक वोटर्स होते तो भी वे सभी वोट देने आते. जिला मतदान आंकड़ों के मुताबिक, 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बंजारुमाले ने 99 फीसदी मतदान दर्ज किया था.

सेकंड फेज में किस राज्य में कैसा रहा वोटिंग प्रतिशत?

लोकसभा चुनाव के लिए सेकंड फेज में शुक्रवार को 88 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई थी. देर शाम आए वोटिंग परसेंटेज के मुताबिक, कई राज्यों में 2019 के मुकाबले कम वोटिंग हुई.

  • राजस्थान की 25 सीटों पर 64.07% वोटिंग हुई, जबकि 2019 में इन्हीं सीटों पर 68% मतदान हुआ था.
  • केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर 67.15% वोटिंग दर्ज की गई, जबकि 2019 में इन्हीं सीटों पर 78% मतदान हुआ था.
  • कर्नाटक की 14 लोकसभा सीटों पर 68.38% मतदान हुआ, जबकि 2019 में इन्हीं सीटों पर 67% मतदान हुआ था.
  • त्रिपुरा की एक सीट पर 79.59% मतदान हुआ, जबकि 2019 में इस सीट पर 82.9% मतदान हुआ था.
  • उत्तर प्रदेश में सेकंड फेज में  62.18% वोटिंग हुई, जबकि 2019 में 54.83 फीसदी मतदान हुआ था.
  • बिहार में 62.93% वोटिंग हुई, जबकि 2019 में 54.91 फीसदी वोटिंग हुई थी
  • मध्य प्रदेश में 67.67% मतदान दर्ज किया गया, जबकि 2019 में 57.14 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
  • छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को 75.12% वोटिंग हुई, जबकि 2019 में 73.19 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
  • जम्मू कश्मीर में 72.50% वोटिंग हुई, जबकि 2019 में 71.91 फीसदी वोटिंग हुई थी.
  • महाराष्ट्र में 62.81% वोटिंग हुई. पिछली बार यानी 2019 में वोटिंग प्रतिशत 54.34 था.
  • मणिपुर में वोटिंग परसेंटेज 84.14 रहा, जो 2019 में 77.18 फीसदी रहा था.
  • असम में 81.28% वोटिंग हुई, जो 2019 में 70.97 प्रतिशत रहा था.
  • पश्चिम बंगाल में 80.66% वोटिंग दर्ज की गई, जो 2019 में 71.84 फीसदी वोटिंग हुई थी