Jaunpur BSP Candidate Shyam Singh Yadav: बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने जौनपुर लोकसभा सीट से श्याम सिंह यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद भी बसपा ने श्याम सिंह यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन कुछ दिनों बाद उनका टिकट काटकर बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को टिकट दिया गया था. सोमवार को बसपा ने एक बार फिर जौनपुर से अपना उम्मीदवार बदलते हुे श्रीकला रेड्डी का टिकट काटकर श्याम सिंह यादव को अपना उम्मीदवार बना दिया.
श्याम सिंह यादव फिलहाल जौनपुर से बसपा के ही सांसद हैं. उन्हें लगातार दूसरी बार पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. जौनपुर लोकसभा सीट के लिए आज नामांकन की आखिरी तारीख है. ऐन मौके पर श्रीकला रेड्डी का टिकट काटे जाने और श्याम सिंह यादव को टिकट दिए जाने के बाद मौजूद सांसद आज ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इससे पहले जब 2019 में उन्होंने सांसदी का चुनाव जीता था, तब उन्हें पार्टी ने संसदीय समिति के अध्यक्ष बनाया था. श्याम सिंह यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जबरा फैन बताए जाते हैं.
श्याम सिंह यादव राजनेता बनने से पहले प्रशासनिक अधिकारी रहे हैं. इससे पहले वे वकील और शूटिंग में इंटरनेशनल प्लेयर रह चुके हैं. श्याम सिंह यादव ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से MSc और LLB किया है. प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर वे SDM, नगर निगम के कमिश्नर, स्पेशल सेक्रेटरी, डेवलपमेंट अथॉरिटी में डिप्टी प्रेसिडेंट के पद पर रह चुके हैं. वे करीब तीन साल तक (2016 से 2019) सेंसर बोर्ड के एडवाइजरी मेंबर भी रहे हैं.
श्याम सिंह यादव का स्पोर्ट्स से भी गहरा लगाव है. शूटिंग में इंटरनेशनल प्लेयर होने के साथ-साथ वे 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स और 2008 के बीजिंग ओलंपिक में राइफल निशानेबाजी में इंडियन टीम के कोच भी रहे हैं. श्याम सिंह यादव की कोचिंग में ही राजस्थान भाजपा के नेता राजवर्धन सिंह राठौर ने ओलंपिक में मेडल जीता था. वे उत्तर प्रदेश राज्य राइफल संघ के प्रेसिडेंट और उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के डिप्टी प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं. श्याम सिंह यादव ने इसके अलावा, नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) के कोषाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी निभा चुके हैं.
पहले बात राहुल गांधी से मुलाकात वाली....
दिसंबर 2023 के तीसरे हफ्ते में श्याम सिंह यादव ने कांग्रेस के सीनियर नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी. उस वक्त दावा किया जा रहा था कि श्याम सिंह यादव जल्द ही कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे, लेकिन आखिर में ये सिर्फ अफवाह ही निकली. श्याम सिंह यादव को राहुल गांधी की कार में उनके साथ देखा गया था, तब कई सियासी समीकरण और मायने निकाले जाने लगे थे.
अब अखिलेश यादव को बद्दुआ देने वाली कहानी
बात ज्यादा पुरानी नहीं बल्कि दो हफ्ते पहले की है. कहा गया था कि श्याम सिंह यादव का जब बसपा ने टिकट काट दिया था, तब उन्होंने समाजवादी पार्टी से लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए जुगत लगाई थी, लेकिन कुछ खास हुआ नहीं. इसके बाद श्याम सिंह यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को चिट्ठी भी लिखी थी.
चिट्ठी में श्याम सिंह यादव ने लिखा था कि आपने (अखिलेश यादव) मुझे कई बार समाजवादी पार्टी का टिकट देने का वादा किया, लेकिन... चिट्ठी के आखिर में श्याम सिंह यादव ने लिखा था कि आप किसी की बद्दुआ न लें.