कांग्रेस को बीते दो दिनों के अदंर कई झटके लगे हैं. कांग्रेस के तीन दिग्गज नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है. पहले विजेंदर सिंह फिर संजय निरुपम और अब गौरव वल्लभ. कांग्रेस में रहते हुए इन नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बोलती बंद कर दी थी पर अब इन्होंने ऐसा रुख बदला कि फायरब्रांड नेता से 'फ्लॉवर ब्रांड' नेता हो गए. गौरव वल्लभ ने जिस अंदाज में पार्टी को अलविदा कहा है, उससे साफ पता चल गया कि उन्हें अब 'कमल के फूल' की ओर से बैटिंग करनी है. ये नेता मोदी सरकार के सामने झुक भी गए हैं, फायर से फ्लॉवर में तब्दील भी हो गए हैं.
गौरव वल्लभ ने सनातन की खातिर कांग्रेस छोड़ी तो संजय निरुपम को कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित किया. विजेंदर सिंह ने खुद से ही कांग्रेस पार्टी छोड़ दी. संजय निरुपम ने तो पार्टी छोड़ने से पहले कहा, 'कांग्रेस पार्टी मेरे लिए ज्यादा ऊर्जा और स्टेशनरी नष्ट ना करे. अपनी बची-खुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे. वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है.'
अब हैरान करने वाली बात यह है कि गौरव वल्लभ और संजय निरुपम, जो अक्सर बीजेपी के खिलाफ जमकर बयानबाजी करते थे, राष्ट्रीय मंचों पर घेरते थे, उन्होंने कैसे लोकसभा चुनाव 2024 में किनारा कर लिया. अब जब इन्होंने पार्टी छोड़ ही दी है तो उनके उन बयानों को भी सुन लेते हैं, जब उन्होंने बीजेपी के खिलाफ जमकर जहर उगला था. पढ़ें दोनों के 5-5 बयान.
BJP के खिलाफ जब जमकर आग उगलते थे संजय निरुपम
'पीएम मोदी हैं अनपढ़ गवार'
संजय निरुपम पीएम मोदी को अनपढ़ बता चुके हैं. पीएम के बचपन पर बनी फिल्म 'चलो जीते हैं' पर संजय निरुपम ने कहा था, 'जो बच्चे स्कूल, कॉलेज में पढ़ रहे हैं, मोदी जैसे अनपढ़-गंवार के बारे में जानकर उन्हें क्या मिलने वाला है? यह बहुत शर्मनाक बात है कि आज तक हमारे देश के नागरिक और बच्चों को पता ही नहीं है कि पीएम की डिग्री कितनी है?'
पीएम को बता चुके हैं औरंगजेब
संजय निरुपम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आधुनिक भारत का औरंगजेब बताया था. इस बयान पर जमकर हंगामा बरपा था. उन्होंने पीएम मोदी के रवैये को तानाशाहीपूर्ण कहा था.
पीएम को बता चुके हैं हत्यारा
नोटबंदी के दौरान कुछ लोगों की मौत बैंक और एटीएम के आगे लाइन में लगने की वजह से हुई थी. संजय निरुपम ने कहा था कि पीएम मोदी के खिलाफ मर्डर केस इस वजह से फ्रेम होना चाहिए. उनकी वजह से लोगों की जान जा रही है.
'मोदी के राज में मर गया लोकतंत्र'
संजय निरुपम यह भी कह चुके हैं कि मोदी राज में लोकतंत्र का खात्मा हो गया है. मोदी लोकतंत्र के हत्यारे हैं.
साथियों को इन दिनों कह रहे खिचड़ी चोर
सजंय निरुपम महाराष्ट्र में एमवीए गठबंधन से खुश नहीं थे. वे अपने सहयोगी दल के नेताओं को ही खिचड़ी चोर बताते रहे.
गौरव वल्लभ के 5 बयान, जब वे कांग्रेस के थे 'सेनापति'
कांग्रेस के लिए सार्वजनिक मंचों पर ढाल बने गौरव वल्लभ, अब कभी अपने पुराने तेवर में नजर नहीं आएंगे. उन्होंने कांग्रेस को दिशाहीन बताकर किनारा किया है. उनके बयान भी याद कर लिजिए जब उन्होंने बीजेपी की मुसीबत बढ़ाई थी.
- गौरव वल्लभ मोदी सरकार पर देश बचाने का आरोप लगा चुके हैं. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि सरकार सार्वजनिक उपक्रमों की संपत्ति बेचने में लगी है. उन्होंने कहा था कि एक दिन मोदी देश बेच देंगे.
- जब देश आजादी का अमृत महोत्सव और अमृतकाल मना रहा था, तब गौरव वल्लभ ने कहा था कि ऐसा अमृतकाल भगवान मेरे देश को न दें. अमृतकाल में भुखमरी में हमारी रैंक 107वीं है.
- गौरव वल्लभ भी कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तानाशाह बता चुके हैं. वे मोदी सरकार के धुर आलोचक रहे हैं. चीन और पाकिस्तान पर मोदी सरकार की नीतियों को लेकर वे घेर चुके हैं.
- अर्थव्यवस्था पर तंज कसते हुए गौरव वल्लभ ने एक बार कहा था कि मोदी की वित्त मंत्री का तो पता नहीं आपका ज्ञान अद्भुत है. आपके पास ब्रह्मा के बराबर ज्ञान है.
संबित पात्रा नहीं गिन पाए थे जीरो
एक टीवी डिबेट के दौरान गौरव वल्लभ ने संबित पात्रा को मजा चखा दिया था. वे 5 ट्रिलियन इकोनॉमी की बात कर रहे थे, गौरव वल्लभ ने पूछा इतने में कितने जीरो होते हैं, वही बता दीजिए. जैसे ही संबित कुछ बोलते, गौरव यही सवाल पूछ लेते. संबित पात्रा जमकर ट्रोल हुए थे. तब से संबित पात्रा गौरव वल्लभ से हर बार बचते आए.