Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के प्रचार के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को सभी को यह कहकर चौंका दिया कि वो अभी भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं और सरकार बनने पर उसे बाहर से समर्थन देंगी, हालांकि उनके इस कदम के पीछे की वजह क्या है इस पर पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का कुछ अलग ही मानना है.
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के यह कहने के एक दिन बाद कि अगर वह लोकसभा चुनाव जीतती है तो वह इंडिया ब्लॉक को "बाहर से समर्थन" देंगी, कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उन्हें उन पर भरोसा नहीं है और वह भाजपा के साथ भी जा सकती हैं. अधीर रंजन चौधरी ने ममता पर गठबंधन को तोड़ने और उसे डर कर छोड़ने का भी आरोप लगाया.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मुझे उन पर (ममता पर) भरोसा नहीं है. वह डर कर गठबंधन छोड़कर भाग गईं. अगर नतीजे उनके अनुकूल रहे तो वह बीजेपी की ओर भी जा सकती हैं... सभी ने देखा कि वह ही वह शख्स थीं, जिन्होंने बंगाल में गठबंधन तोड़ा था. वह इस तरह की बातें सिर्फ इसलिए कर रही हैं ताकि वोटर्स को बरगला सकें और हमारे हिस्से के वोट अपने पाले में ला सकें. यह सिर्फ जीत हासिल करने तक की बात है उसके बाद वो फिर से पाला बदल सकती हैं.'
#WATCH | Kolkata | On TMC chairperson Mamata Banerjee, Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury says, "....What triggered Mamata Banerjee to quit the INDIA alliance?....
— ANI (@ANI) May 16, 2024
"...INDIA alliance has been striding ahead and it is on the verge of forming a government, and this is why as an… pic.twitter.com/ncjk2Xghj3
उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने बुधवार को बंगाल के हुगली जिले में एक रैली के दौरान कहा था कि उनकी पार्टी केंद्र में सरकार बनाने के लिए इंडिया ब्लॉक को "बाहर से समर्थन" देगी. इसी संबोधन में उन्होंने यह भी साफ किया था कि उनकी पार्टी राज्य में कांग्रेस और सीपीआई (एम) का समर्थन नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि दोनों पार्टियां हाथ मिला चुकी हैं और बंगाल में भाजपा की मदद कर रही हैं.
उन्होंने कहा, 'हम (टीएमसी) केंद्र में सरकार बनाने के लिए इंडिया ब्लॉक को बाहर से समर्थन देंगे. हम अपना समर्थन देंगे ताकि (पश्चिम) बंगाल में, हमारी माताओं और बहनों को कभी कोई समस्या न हो...और जो लोग काम करते हैं 100 दिन की नौकरी योजना, समस्याओं का भी सामना नहीं करना पड़ेगा. बंगाल में सीपीआई (एम) और कांग्रेस पर भरोसा न करें. वे हमारे साथ नहीं हैं, वे यहां भाजपा के साथ हैं. मैं दिल्ली में उस (इंडिया ब्लॉक) के बारे में बात कर रही हूं.'
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद, ममता बनर्जी की टीएमसी ने लोकसभा चुनाव के लिए बंगाल में अकेले जाने का फैसला किया. टीएमसी और कांग्रेस के बीच पश्चिम बंगाल की सीट शेयरिंग को लेकर कई दौर की बैठकें हुई लेकिन दोनों के बीच सहमति बनती नजर नहीं आ रही थी जिसके बाद ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सभी सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया और गठबंधन से खुद को दूर कर लिया.
अब पांचवे चरण के मतदान से पहले उन्होंने इंडिया गठबंधन को समर्थन देने की बात कहकर न सिर्फ बीजेपी बल्कि इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्षी पार्टियों को भी चौंका दिया है. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से सात पर 20 मई को पांचवें चरण में मतदान होगा.