एग्जिट पोल्स 2024 के नतीजे साफ इशारा कर रहे हैं कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) क्लीन हैट्रिक की ओर बढ़ रही है. अगर अनुमान सच होते हैं तो एकजुट विपक्ष के बाद भी बीजेपी के लिए यह मजबूत बढ़त है. इंडिया गठबंधन के संयुक्त तकतों के खिलाफ बीजेपी चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस का दिल्ली पर एक जमाने में दबदबा हा है लेकिन अब वही कांग्रेस शून्य पर है. आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनावों में बीजेपी का बुरा हाल कर देती है लेकिन लोकसभा चुनाव में फिर पिछली बार की तरह अरविंद केजरीवाल को निराशा हाथ लगने वाली है.
एग्जिट पोल से संकेत मिल रहा है दिल्ली में कोई परिवर्तन नहीं होने जा रहा है. भाजपा दिल्ली की सभी सात सीटें जीत सकती है. अगर गठबंधन अधिक प्रभावशाली हुआ तो भी ऐसी स्थिति में, भाजपा को दिल्ली में इंडिया गठबंधन से केवल एक सीट का नुकसान हो सकता है. बीजेपी इस परिणाम से बेहद उत्साहित नजर आ रही है.
पिछले एक दशक में सत्ता विरोधी लहर बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती रही है. हर्ष वर्धन, मीनाक्षी लेखी, रमेश बिधूड़ी और परवेश साहिब सिंह वर्मा जैसे जाने-माने नेताओं का बीजेपी ने टिकट काट दिया है. बीजेपी ने अपनी छवि सुधारने के लिए यह फैसला लिया था, जो मुनाफे में बदलता नजर भी आ रहा है.
दिल्ली की लोकसभा सीटों पर मोदी मैजिक कायम है. अपने बड़े और व्यापक जनाधार की वजह से एक बार फिर बीजेपी सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है. शहरी इलाकों में बीजेपी वोटों को लुभाने में कामयाब हुई और आमआ आदमी पार्टी का इमोशनल कार्ड भी काम नहीं आया.