बिहार की सारण लोकसभा सीट. राष्ट्रीय जनता दल के दिग्गज नेता एक ही मंच पर जुटे थे. सामने हजारों की भीड़ थी. मंच से RJD के विधान परिषद सदस्य सुनील कुमार सिंह भाषण दे रहे थे. हजारों की भीड़ में उन्होंने जनता से अपील की, 'RJD नेताओं से मैं इतना ही कहना चाहता हूं कि रोहिणी आचार्य को इतने भारी वोट से हराइए.'
जनता सन्न हो जाती है. तभी उन्हें अपनी गलती का एहसास होता है और वे बोल पड़ते हैं, 'अरे, मेरा मतलब है कि उन्हें जिताइए कि आने वाला इतिहास भी रोहिणी आचार्य को याद करे.'
लालू यादव मंच पर बैठे थे, झेंप गए नेता जी
लालू यादव भी इन दिनों चुनावी सभाओं में नजर आ रहे हैं. अपनी बेटी रोहिणी आचार्य के चुनाव प्रचार में वे भी कूद पड़े हैं. इस सभा की तैयारियां भी सुनील कुमार सिंह ने ही कराई थीं लेकिन उन्होंने मंच से रोहिणी को हराने की अपील क्या कर डाली, खुद झेंप गए. भीड़ भी एक पल को समझ नहीं पाई कि वे बोल क्या रहे हैं.
कहां से चुनाव लड़ रही हैं रोहिणी आचार्य?
रोहिणी आचार्य सारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं. लालू यादव की यह कर्मभूमि रही है. साल 2008 में परिसीमन के बाद इस सीट का नाम सारण कर दिया गया था. लालू यादव आखिरी बार इस लोकसभा सीट से साल 2009 में उतरे थे. 2013 के बाद उनके चुनाव लड़ने पर रोक लग गई थी.
अब रोहिणी आचार्य के सिर पर अपने परिवार की साख बचाने का दारोमदार है. इस सीट के लिए उनके भाई से लेकर पिता और खुद राबड़ी देवी चुनाव प्रचार कर चुकी हैं. रोहिणी आचार्य मोदी सरकार की धुर आलोचक हैं. वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहती हैं.