'सावरकर और गोडसे की औलाद हैं बीजेपी के नेता', CPI (M) नेता महबूब आलम के बिगड़े बोल
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को सबसे बड़ा जुमलेबाज बताते हुए जनता से कहा कि इस बार सवाल देश और देश के संविधान को बचाने का है.
भारत की राजनीति का स्तर दिनों-दिन गिरता जा रहा है, लोक सभा चुनाव में इसके खूब उदाहरण को मिल रहे हैं. हाल ही में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सीपीआई (एम) विधायक महबूब आलम ने बीजेपी के खिलाफ जमकर जहर उगला. शब्दों की मर्यादा लांघते हुए महबूब आलम ने बीजेपी नेताओं को सावरकर और गोडसे की औलाद कह दिया.
परोक्ष रूप से नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए आलम ने कहा, 'अरे तू क्या हम पर सवाल उठाएगा. अंग्रेजों का तलवा चाटने वाले, सावरकर की औलाद और नाथूराम गोडसे के नक्शे कदम पर चलने वाले तू हमारे ऊपर क्या सवाल उठाएगा.'
जनता को सोच समझकर वोट करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार सवाल देश को बचाने का है, संविधान को बचाने का है और आने वाले दिनों में जो यूसीसी होगा उससे बचने का.
'काले धन को वापस लाने के वादे का क्या हुआ'
बलरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए हुए महबूब आलम ने कहा ये सांप्रदायिक फासीवादियों की सरकार है. इन्होंने लोगों से जो वादे किए इस बार उन वादों का हिसाब लेना है.
2022 में इन्होंने किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया था उसका क्या हुआ? हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने के वादे का क्या हुआ. सबका साथ सबका विकास वादे का क्या हुआ. इन्हें जनता की अदालत में जवाब देना होगा.
10 साल में देश बेचने का काम किया
महबूब आलम ने कहा कि इन्होंने पिछले 10 साल में सिर्फ देश को बेचने का काम किया. जनता की खून पसीने की कमाई को इन्होंने अपने भगोड़े दोस्तों को बेच दिया. इन्होंने काला धन वापस लेने का वादा किया था. इन जुमलेवाजों को देश की जनता को जवाब देना होगा.
पीएम को बताया जुमलेबाज
पीएम मोदी को जुमलेबाज कहते हुए महबूब आलम ने कहा कि उन्हें खुद को जुमलेबाज कहलाने पर खुशी मिलती है, लेकिन पूरा देश शर्मिंदा है कि देश का प्रधानमंत्री जुमलेबाज हैं. इस बार जनता इस जुमलेबाज से हिसाब लेगी.