Lok Sabha Elections: कांग्रेस ने पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. कांग्रेस के घोषणापत्र की तुलना आजादी से पहले मुस्लिम लीग के विचारों से करने के खिलाफ कांग्रेस ने यह शिकायत की है. चुनाव आयोग को दी गई शिकायत में कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
कांग्रेस ने अपनी शिकायत में पीएम मोदी के एक रैली का हवाला देते हुए कहा कि 6 अप्रैल को पीएम मोदी ने अजमेर में आयोजित एक रैली के दौरान कांग्रेस के घोषणापत्र को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा था कि इसका इरादा आजादी से पहले मुस्लिम लीग के विचारों को थोपने का था.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इस संबंध में जानकारी शेयर करते हुए लिखा कि अपने सहयोगियों सलमान खुर्शीद, मुकुल वासनिक, पवन खेड़ा और गुरदीप सप्पल के साथ अभी-अभी चुनाव आयोग से मुलाकात की है और 6 शिकायतें पेश की हैं और उन पर बहस की है.
जयराम रमेश ने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि 6 में से 2 शिकायत खुद प्रधानमंत्री के खिलाफ हैं. यह चुनाव आयोग के लिए सभी दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करके अपनी स्वतंत्रता प्रदर्शित करने का समय है. हम इस उम्मीद में रहते हैं कि माननीय आयोग अपने संवैधानिक जनादेश को बरकरार रखेगा. अपनी ओर से, हम इस शासन को बेनकाब करने के लिए राजनीतिक और कानूनी सभी रास्ते अपनाना जारी रखेंगे.
My colleagues @salman7khurshid, @MukulWasnik, @Pawankhera and @gurdeepsappal have just met with the Election Commission and presented and argued 6 complaints, including 2 against the PM himself.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 8, 2024
This is the time for the Election Commission to demonstrate its independence by… pic.twitter.com/LqKbOdyvLS
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील सलमान खुर्शीद ने कहा कि पीएम मोदी अपने चुनावी भाषणों में जो कहते हैं उससे हमें दुख होता है. पीएम मोदी ने हमारे घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा कहा इससे हम बहुत दुखी हैं. उन्होंने कहा कि आप किसी पार्टी से असहमत हैं तो इस पर तर्क कर सकते हैं लेकिन उसके लिए यह कहना कि उसका घोषणापत्र में झूठ का पुलिंदा है, यह गलत है, इससे हमें दुख होता है. सलमान खुर्शीद ने आगे कहा कि इस मामले को हमने चुनाव आयोग के समक्ष रखकर उनसे इसे गंभीरता से लेने और कार्रवाई करने के लिए अनुरोध किया है.
इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि हमने कई मुद्दे उठाए हैं. जिस तरह से प्रधानमंत्री ने हमारे घोषणापत्र में मुस्लिम लीग को दर्जा दिया, उस पर हमने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. हमने विश्वविद्यालयों में प्रधानमंत्री के होर्डिंग्स पर भी अपने विचार व्यक्त किए. चुनाव घोषित किया जा चुका है. मंत्रालय फिलहाल कार्यवाहक सरकार है और उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर इस तरह प्रतिबंध लगाने का अधिकार नहीं है.
गौरतलब है कि इससे पहले 18 मार्च को भी कांग्रेस ने चुनाव आयोग में पीएम मोदी के खिलाफ शिकायत की थी. इस दौरान कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पीएम के उन विज्ञापनों के बारे में जानकारी दी थी जिसमें सुरक्षाबलों का जिक्र किया गया था. कांग्रेस ने चुनाव आयोग से कहा था कि विज्ञापनों में सुरक्षाबलों के वीडियो का इस्तेमाल करना चुनाव आयोग की 2013 और 2019 की सलाह का उल्लंघन है. कांग्रेस ने आगे कहा था कि इस मामले पर चुनाव आयोग की बार-बार सलाह और निर्देश के बावजूद भी बीजेपी ने राजनीतिक विज्ञापनों में रक्षा बलों का उपयोग किया है.