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आकाश आनंद ने ऐसा क्या कह दिया कि हो गई FIR, क्यों मुश्किल में फंसे BSP चीफ मायावती के भतीजे?

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों के बीच आकाश आनंद, अपने एक बयान को लेकर बुरी तरह से फंस गए हैं. क्या है ये विवाद, समझ लीजिए.

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Edited By: India Daily Live
BSP Leader Akash Anand
Courtesy: Social Media

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती के भतीजे आकाश आनंद चुनाव के बीच मुश्किल में फंस गए हैं. उनके खिलाफ रविवार को एक FIR दर्ज हुई है. उन पर आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल के आरोप हैं. उन्होंने सीतापुर की एक चुनावी जनसभा में कहा था कि यह गद्दारों की सरकार है, जो अपने युवाओं को भूखा छोड़ देती है, अपने बुजुर्गों को गुलाम बनाती है, यह आतंकवादी सरकार है, ऐसी ही सरकार अफगानिस्तान में तालिबान चलाता है. आकाश आनंद के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता भड़क गए हैं. 

आकाश आनंद ने कहा, 'यूपी में बुलडोजर सरकार है, जबकि प्रधानमंत्री इससे इनकार करते हैं.  NCRB की रिपोर्ट कहती है कि राज्य में 16,000 अपहरण हुए हैं. ऐसी सरकार पर शर्म आती है जो महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सकती और बच्चों का पेट नहीं भर सकती है.' आकाश आनंद ने बीजेपी को चोरों की पार्टी तक बता दी.

आकाश आनंद ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के पैसों से चलती है, वहीं बीजेपी ने अमीरों से 16,000 करोड़ रुपये ले लिए. आकाश आनंद ने बहुत कड़े शब्दों में चुनाव प्रचार किया. उनका अंदाज मायावती से बिलकुल अलग है और वे खुलकर बीजेपी नेताओं का नाम लेते हैं और तल्ख बयान देते हैं.

किस-किस के खिलाफ दर्ज हुआ है केस?
बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद, पार्टी प्रत्याशी महेंद्र यादव, श्याम अवस्थी, अक्षय कालरा और विकास राजवंशी के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 171 सी, 153 बी, 188, 502 (2) और आरपी अधिनियम की धारा 125 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

आकाश आनंद के बयान पर क्या है BJP का रिएक्शन?
भारतीय जनता पार्टी ने आकाश आनंद के बयान पर निशाना साधा है. बीजेपी ने कहा है कि यह बीजेपी को बहुत महंगा पड़ने वाला है. बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा है कि आकाश आनंद बसपा में परिवार से आए नए नेता हैं. वे जानबूझकर ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे मीडिया का ध्यान उन पर जाए. चुनाव आयोग और जनता उन पर नकेल कसेगी. 

कब हैं सीतापुर में चुनाव, क्या हैं सियासी समीकरण?
सीतापुर संसदीय सीट पर चौथे चरण के तहत 13 मई को वोट पड़ेंगे. चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे. बसपा ने बीजेपी के पूर्व विधायक रहे महेंद्र सिंह यादव को इस सीट पर उतारा है. बीजेपी ने इस सीट से राजेश वर्मा पर भरोसा जताया है. वहीं इंडिया ब्लॉक की ओर से राकेश राठौर चुनाव लड़ रहे हैं.