ED का डर, धोखा और दलितों का दर्द..., आकाश आनंद ने दे दिया मायावती से जुड़े हर सवाल का जवाब

Lok Sabha Election: मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बातचीत की है. आकाश ने इस दौरान इस बात पर भी अपने पत्ते खोले की बसपा ने किसी दूसरे दल के साथ गठबंधन क्यों नहीं किया.

India Daily Live

Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर BSP चीफ मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने समाचार एजेंसी एएनआई ने खास बातचीत की है. इस बातचीत में उन्होंने कई मुद्दों पर बात की है. इस बातचीत के दौरान उन्होंने ईडी की ओर से की जा रही कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. इस दौरान उन्होंने दलितों से जुड़े मुद्दों पर भी बात की है.

आकाश आनंद ने बताया कि 40 साल पहले पार्टी की स्थापना की गई थी. देश के संविधान बदलने को लेकर जारी खींचतान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी बसपा हमेशा से इस फैसले के खिलाफ रही है.

बसपा ने दूसरे दलों के साथ गठबंधन क्यों नहीं किया?

इंडिया गठबंधन या एनडीए के साथ बसपा की ओर से गठबंधन नहीं करने का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम अपने कोर वोटर्स को अपने साथ रखें. उन्होंने बताया कि हमने देखा है कि अगर हमारी पार्टी किसी दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन करते है तो हमारे वोटर्स इधर-उधर भटक जाते हैं.

INDIA-NDA ने नहीं मिलता विचार- आकाश

मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने कहा कि इसके अलावा इंडिया गठबंधन और एनडीए से हमारे विचार भी नहीं मिलते हैं. इंडिया गठबंधन और एनडीए पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों के ट्रैक रिकॉर्ड को देखकर हमें लगता है कि यह लोग जनता से किए गए वादे को पूरा नहीं कर पाएंगे, हम इसके काम करने के तरीके को पसंद नहीं करते हैं.

'दलितों पर किसी दल से ध्यान नहीं दिया'

दलितों के हालात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब हमारे समाज के लिग उपर कास्ट के लोगों के साथ बैठते नहीं थे. हमारे कास्ट के लोग और अपर कास्ट के लोग एक कुए से पानी ने पी पाते थे. उन्होंने आगे कहा कि बसपा के अलावा किसी दूसरे राजनीतिक दल ने हमारे समाज का उत्थान नहीं किया है.

'मायावती अपने शर्त पर गठबंधन करती हैं'

गठबंधन करने के लिए मायावती कभी किसी दल के पास नहीं गईं. गठबंधन के लिए हमेशा उनके पास ऑफर आए हैं और उन्होंने अपनी शर्तो पर गठबंधन की है. डीएमके नेता की ओर से हाल में सनातन पर दिए गए विवादित बयान पर मायावती की ओर से समर्थन नहीं किए जाने के सवाल पर जवाब देते हुए आकाश ने कहा कि किसी भी धर्म के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना गलत है.

'मायावती कभी मंदिर-गुरुद्वारे में नहीं गईं'

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में मायावती के शामिल नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मायावती कभी भी किसी मंदिर या गुरुद्वारे में नहीं गईं हैं. हमें किसी भी धर्म का समर्थन करने के लिए मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारे में जाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि हम राजनीति में हैं, हमारा काम लोगों की सेवा करना है.