Lok Sabha Election: बैंगलोर के येलहंका विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक एसआर विश्वनाथ ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार डॉ के सुधाकर को सहानुभूति हासिल करने के लिए नौटंकी करने से बचने के लिए कहा है. चिक्काबल्लापुर लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुधाकर ने एक सम्मेलन के दौरान यह दावा किया था कि जब वह एसआर विश्वनाथ से समर्थन मांगने गए तो उन्हें घर में प्रवेश करने से रोक दिया गया. इसी दावे के बाद विधायक ने कहा कि ऐसी चालें अनावश्यक हैं और यह महंगा पड़ सकता है.
विधायक एसआर विश्वनाथ ने कहा कि करीब पांच-छह दिन पहले सुधाकर ने उन्हें मैसेज कर मुलाकात करने के लिए कहा था लेकिन उसके बाद कोई मैसेज नहीं आया. अगर वह कल आने से पहले मुझे मेसेज किए होंगे तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. अगर उन्होंने पिछले तीन दिनों में मुझे फोन भी किया है तो भी मैं इस्तीफा दे दूंगा.
विश्वनाथ ने आगे कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए मीडिया के सामने आ रहे हैं कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गलत संदेश न जाए. बता दें, चिक्काबल्लापुर लोकसभा सीट पर विधायक विश्वनाथ के बेटे आलोक विश्वनाथ भी दावेदार थे लेकिन बीजेपी ने यहां से सुधाकर को टिकट देकर उम्मीदवार बनाया है.
चिक्काबल्लापुर लोकसभा सीट से के सुधाकर की उम्मीदवारी पक्की होने के बाद विधायक एसआर विश्वनाथ की प्रतिक्रिया सामने आई थी. उन्होंने असंतोष जताते हुए कहा था कि आलोक को टिकट नहीं मिला तो एक पिता के रूप में कहीं न कहीं थोड़ी नाखुशी होगी लेकिन पार्टी के सभी कार्यकर्ता बीजेपी उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करेंगे.
चिक्काबल्लापुर लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुधाकर पहले कांग्रेस में थे. उन्होंने साल 2019 में बीजेपी का दामन थामा था. इसके बाद साल 2020 से लेकर 2023 तक बीजेपी सरकार में दो अहम विभाग संभाले हैं. वह कर्नाटक सरकार में पूर्व चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. हालांकि साल 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.