भारतीय जनता पार्टी (BJP) लोकसभा चुनाव 2024 में विवादित चेहरों से बचती नजर आ रही है. भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट पार्टी काट सकती है. हरियाणा की महिला पहलवानों ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. उन पर पॉक्सो के तहत भी केस दर्ज है. सूत्रों के मुताबिक उनका टिकट कट सकता है. अपने इलाके में 'नेता जी' नाम से मशहूर बृजभूषण शरण सिंह, अपने 'दबदबे' वाले बयानों से चर्चा में रहे हैं लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यह दबदबा बीजेपी को रास नहीं आ रहा है.
सिर्फ बृजभूषण शरण सिंह ही नहीं, बीजेपी अपने 3 बड़े चेहरों की विदाई कर सकती है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मतुाबिक महाराष्ट्र की मुंबई नॉर्थ मिडिल से सांसद पूनम महाजन का टिकट भी कट सकता है. लद्दाख के सांसद जामयांग त्सेरिंग नामग्याल का भी टिकट कट सकता है.
किसे मिलेगा कैसरगंज का टिकट?
कैसरगंज बृजभूषण शरण सिंह के दबदबे वाली सीट है. बृजभूषण भरोसे में हैं कि उनका टिकट कौन काटेगा लेकिन अब बीजेपी उनका टिकट काटने वाली है. उनकी जगह उनकी पत्नी केतकी देवी सिंह को टिकट मिल सकता है. वह 1996 से 98 तक, गोंडा संसदीय सीट से सांसद भी रही हैं. उन्हें पार्टी मौका दे सकती है.
क्यों कटने वाला है बृजभूषण सिंह का टिकट?
बृजभूषण सिंह, चुनाव लड़ने की जिद कर रहे हैं लेकिन पार्टी उन्हें उतारने के मूड में नहीं हैं. उनके खिलाफ महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़ के आरोप लगाए हैं. पॉक्सो के केस दर्ज कराए हैं, ऐसे में अगर उन्हें बीजेपी टिकट देती है तो बीजेपी विपक्ष के निशाने पर आएगी. जब तक महिला पहलवानों पर फैसला नहीं आ जाता, तब तक उन्हें चुनाव से दूर रहना पड़ सकता है. बृजभूषण की पत्नी केतकी देवी को टिकट देकर बीजेपी महिला समीकरण भी साध लेगी.
कहां तक पहुंचा है बृजभूषण का केस?
दिल्ली की कोर्ट ने बृजभूषण के खिलाफ आरोप तय करने पर अपना आदेश टाल दिया था. 6 महिला पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. वे अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हैं. उनका कहना है कि कई केस ऐसे लगाए गए हैं, जब वे वहां मौजूद ही नहीं थे.
कब है इन सीटों पर चुनाव?
इन सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 3 मई है. 20 मई को यहां वोटिंग होगी. पांचवे चरण में यहां मतदान हो रहा है. पूनम महाजन की जगह सीनियर एडवोकेट उज्ज्वल निकम को टिकट मिल सकता है. पूनम महाजन मुंबई उत्तर मध्य सीट से 2014 से ही सांसद हैं.