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'ललन सिंह को मेरी जरूरत नहीं, मैं किसी के साथ नहीं हूं...', लालू या नीतीश पर बोले अनंत सिंह

मोकामा के चर्चित नेता अनंत सिंह इन दिनों खूब चर्चा में हैं. हाल ही में वे पैरोल पर बाहर आए हैं. पहले अनंत सिंह को उन्होंने समर्थन देने की बात कही थी, अब वे इससे मुकर गए हैं. समझिए माजरा क्या है.

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Edited By: India Daily Live
अनंत सिंह
Courtesy: Social Media

बिहार में मोकामा के बाहुबली अनंत सिंह जबसे पैरोल पर बाहर आए हैं, उनके मिलने वालों का तांता नहीं टूट रहा है. रिहा होते ही उन्होंने वादा किया था कि वे जनता दल (यूनाइटेड) के प्रत्याशी ललन सिंह को सपोर्ट करेंगे. अब उन्होंने कहा है कि ललन सिहंह को उनकी जरूरत ही नहीं है. अनंत सिंह ने कहा है कि अभी न वे नीतीश कुमार के साथ हैं लालू यादव के साथ हैं. वे जनता के साथ हैं.

अनंत सिंह ने कहा, 'मैं घरेलू वजह से कोर्ट से बाहर आया हूं. ललन सिंह को मेरी जरूरत नहीं है. उनके पास बहुत वोट है. मैं अभी किसी के साथ नहीं हूं.' 

उन्होंने ANI से बातचीत में कहा, 'हम 4 भाई थे. 3 मर गए, एक बचा है. कुल भाई-भतीजा लड़ता-झगड़ता है. बंटवारा करने आए हैं. सहमति बना रहे हैं. जनता जहां जहां खोजता है हम मिल लेते हैं. हम 4-5 झोंक विधायक रहे. जनता ने हमको जितवाया. हम मिलने जाएगे. जनता से प्यार मिलता है. हम लोगों से मिलने-जुलने की कोशिश करते हैं, उनकी मदद करते हैं.'

अनंत सिंह से जवाब सवाल किया गया कि क्या आपको चुनाव की वजह से निकाला गया है तो उन्होंने कहा, 'हमको चुनाव की वजह से नहीं, कोर्ट की वजह से निकाला गया है. ललन सिंह को अपने बहुत वोट है. मैं एक विधानसभा में घूमता हूं, वे सभी विधानसभाओं में पकड़ रखते हैं.'
 


 

क्यों जेल से बाहर आए हैं अनंत सिंह?
अनंत सिहं ने कोर्ट से 15 दिनों की पैरोल मांगी थी. उन्हें पहली बार पैरोल मिली है. अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह मोकामा की विधायक हैं. वे एनडीए परिवार का हिस्सा हैं. अनंत सिंह, पहले नीतीश कुमार से नाराज थे, अब उनके साथ नजर आ रहे हैं. मुंगेर में जमकर टहल रहे हैं. 13 मई को होने वाली वोटिंग में उनकी रिहाई अहम रोल अदा कर सकती है. 

क्यों चर्चा में हैं अनंत सिंह?
अनंत सिंह मोकामा से 5 बार विधायक रहे हैं. छोटे सरकार नाम से प्रसिद्ध अनंत सिंह के इंटरव्यू सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होते है. उन्हें मीम लवर लोग बहुत पसंद करते हैं. उनके बातचीत करने का तरीका ऐसा है, जिसे सुनकर लोगों की हंसी नहीं थमती है. अनंत सिंह को बाहुबली का टैग मिला है लेकिन वे कहते हैं हम बाहुबली नहीं हैं, जनता हमसे प्रेम करती है.