लोकसभा की 542 सीटों की काउंटिंग शुरू हो गई है. शुरुआती रुझान में मुकाबला कांटे के टक्कर की लग रहा है. पहले पोस्टल बैलट गिने गए. अब EVM के वोटों की गनती शुरू हो गई. अगले 3 घंटे में नई सरकार की स्थिति लगभग साफ हो सकती है. बिहार में अब तक 35 सीटों के रुझान सामने आए हैं. बीजेपी 13 और जदयू 9 सीटों पर आगे हैं. आरजेडी 3 और कांग्रेस 2 सीटों पर आगे है. 8 सीटों पर अन्य आगे हैं. बिहार कई सीटों पर उलटफेर होने के आसार हैं.
सबसे ज्यादा चर्चा काराकाट और पूर्णिया सीट की है. पावर स्टार पवन सिंह यहां से निर्दलिय चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने पवन सिंह को बंगाल के आसनसोल से टिकट दिया था, लेकिन उन्होंने वहां से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. पवन सिंह ने काराकाट सीट चुना और अपने पूरे दल बल से चुनावी मैदान में उतर गए. एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा और बीजेपी से निकाले गए भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह आमने-सामने हैं जबकि महागठबंधन के राजा राम कुशवाहा भी कड़ी चुनौती दे रहे हैं.
पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया. उन्हें पूर्णिया से सीट की उम्मीद थी, लेकिन इंडिया गठबंधन के सहयोगी राजद ने इस सीट से बीमा भारती को उतार दिया. पप्पू यादव जो चुनाव लड़ने की तैयारी में थे उन्हें झटका लगा. टिकट कटने के बाद पप्पू यादव लालू परिवार पर हमलावर हैं उन्होंने कहा कि राजद सिर्फ एक परिवार की पार्टी है. लालू यादव दूसरों का भला नहीं चाहते. पप्पू यादव के निर्दलीय चुनाव लड़ने की वजह से पूर्णिया इस बार राज्य के हॉट सीटों में शुमार है. सीमांचल के इस जिले पर पूरे देश की नजरें है.
2019 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी महागठबंधन बनाकर एकसाथ लड़े, फिर भी सिर्फ 1 सीट पर जीत मिली. किशनगंज से कांग्रेस के मोहम्मद जावेद विजयी रहे. एनडीए में शामिल भाजपा, जदयू और लोजपा ने बिहार की 39 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी ने अपने हिस्से की सभी 17 सीटें जीती थीं. जदयू ने 17 पर मुकाबला किया और 16 सीटें जीतीं. वहीं चिराग पासवान की लोजपा ने अपने हिस्से की सभी 6 सीटों पर जीत दर्ज की.