Amit Shah फेक वीडियो केस: कहां तक पहुंची जांच? अब तक क्या-क्या हुआ, 10 प्वाइंट में जानिए सबकुछ
Amit Shah Fake Video Case: सोशल मीडिया पर आए दिन कुछ न कुछ वायरल होता रहता है और चुनाव के मौसम में राजनेताओं के बयान उसी का एक हिस्सा हैं. हालांकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसने बवाल मचा दिया है.
Amit Shah Fake Video Case: लोकसभा चुनाव के दो चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं और धीरे-धीरे लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार अपने तीसरे पड़ाव की ओर बढ़ चुका है. इस बीच राजनेताओं के प्रचार-प्रसार की गति भी तेज हो गई है. पिछले 2 लोकसभा चुनावों में सोशल मीडिया ने चुनावों में बड़ा रोल निभाया है जिसके चलते इस बार भी सोशल मीडिया को बड़े हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.
हालांकि सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही हर चीज कितनी तथ्यात्मक है इसका पता होना बहुत जरूरी है. हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ जिसमें उनके भाषण के साथ छेड़छाड़ की बात सामने आ रही है. वीडियो वायरल होने के बाद इस पर केस भी दर्ज किया गया है. आइये एक नजर डालते हैं कि इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ है.
1. गृह मंत्रालय की ओर से शिकायत दर्ज कराने के बाद दिल्ली पुलिस ने रविवार को सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के साथ छेड़छाड़ कर वीडियो को रिलीज करने पर एक एफआईआर दर्ज की गई है.
2. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर करने के मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को 1 मई को तलब किया है.
3. दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के सीएम को नोटिस जारी कर 1 मई को अपना पक्ष रखने को कहा है. पुलिस ने रेड्डी से अपना फोन भी साथ लाने का आग्रह किया है. सूत्रों के मुताबिक रेवंत रेड्डी के फोन की भी जांच की जाएगी.
4. अमित शाह के फर्जी भाषण वीडियो में मामले में पुलिस ने बताया कि स्पेशल सेल ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं और आईटी अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधान के तहत एफआईआर दर्ज की है.
5. अमित शाह के भाषण के इस वायरल वीडियो में वो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए आरक्षण कोटा खत्म करने की वकालत करते नजर आ रहे हैं.
6. इस मामले को लेकर सिंकू शरण सिंह ने भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. शिकायत के अनुसार, कुछ समुदायों के बीच दुर्भावना और अशांति पैदा करने के इरादे से वीडियो को छेड़छाड़ कर प्रचारित किया जा रहा है ताकि सार्वजनिक शांति और सार्वजनिक व्यवस्था प्रभावित होने की संभावना है.
7. इस वीडियो को लेकर गृह मंत्रालय ने कहा है कि ऐसा लगता होता है कि वीडियो में छेड़छाड़ करके समुदायों के बीच अशांति पैदा करने के लिए भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है, जिससे सार्वजनिक शांति और सार्वजनिक व्यवस्था के मुद्दों पर असर पड़ने की संभावना है.
8. भारतीय जनता पार्टी ने भी प्रसारित किए जा रहे वीडियो की प्रामाणिकता पर आपत्ति जताई और स्पष्ट रूप से इसकी निंदा करते हुए कहा कि एक चुनावी रैली के दौरान दिए गए शाह के असली बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने के लिए वीडियो में हेरफेर किया गया है.
9. पार्टी के प्रवक्ता अमित मालवीय ने दावा किया कि तेलंगाना में मुसलमानों के लिए आरक्षण कोटा के मुद्दे पर शाह की टिप्पणियों को गलत तरीके से पेश करने के लिए वीडियो में बदलाव किया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक एडिटेड वीडियो फैला रही है जो पूरी तरह से फर्जी है और इससे बड़े पैमाने पर हिंसा होने की संभावना है. इस वीडियो में गृह मंत्री अमित शाह ने एससी/एसटी और ओबीसी की हिस्सेदारी कम करने के बाद धर्म के आधार पर मुसलमानों को दिए जाने वाले असंवैधानिक आरक्षण को हटाने की बात कही है.
10. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो को शेयर करने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति रीतोम सिंह को गिरफ्तार भी किया है जिसकी जानकारी असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने दी है. असम पुलिस ने रीतोम को फर्जी वीडियो शेयर करने के लिए गिरफ्तार किया है.