बहुजन समाज पार्टी के नेता आकाश आनंद ने राष्ट्रीय संयोजक के पद से हटाने के बाद पहली बार अपने मान की बात कही है. उन्होंने मायावती के फैसले पर सहमति जताते हुए कहा है कि उनका आदेश सिर आंखों पर है. आकाश आनंद ने X पर पोस्ट किया है कि आप बहुजन समाज पार्टी के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों लोग आपको पूजते हैं. आपकी वजह से बहुजन समाज को ताकत मिली है. भीम मिशन के लिए हम आखिरी दम तक लड़ेंगे.
आकाश आनंद मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी थे. खुद मायावती ने घोषित किया था आकाश आनंद उनके उत्तराधिकारी होंगे. उन्होंने आकाश आनंद को नेशनल कॉर्डिनेटर के पद से हटा दिया था. मायावती ने कहा था कि अभी आकाश आनंद राजनीतिक तौर पर अपरिवक्व हैं, इसलिए उन्हें पद से हटाया जा रहा है.
आदरणीय बहन @mayawati जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताक़त मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है।
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) May 9, 2024
आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे।…
मायावती ने X पर पोस्ट किया था, 'बसपा ने आकाश आनंद को नेशनल कॉर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था लेकिन पार्टी और आंदोलन के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.'
मायावती ने लिखा था, 'आकाश के पिता आनंद कुमार पार्टी और आंदोलन में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे. अतः बसपा का नेतृत्व पार्टी, आंदोलन के हित में, बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर के कारवाँ को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग, कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है.'
मायावती ने कहा था, 'बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है.'
क्या आकाश आनंद बदलेंगे तेवर?
आकाश आनंद पर गाज, उनके आक्रामक अंदाज की वजह से गिरी है. मायावती अब खुलकर उनकी तरह बीजेपी की आलोचना नहीं करती हैं. उन पर आरोप भी लगते हैं कि मायावती अब बीजेपी की टीम बी हो गई हैं. विपक्ष ने आरोप लगाया था कि उन पर आकाश को निलंबित करने के लिए दबाव बना था. आकाश आनंद के तेवर, भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद की तरह बेहद तल्ख थे. वे योगी और मोदी सरकार के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते थे. उन्होंने योगी सरकार को आतंकियों की सरकार तक कह दिया था.
नगीना में 6 अप्रैल की रैली में आकाश आनंद ने कहा था कि बीजेपी वालों को गर्व होता है कि हमारी बुलडोजर वाली भी सरकार है. इन मूर्खों को ये नहीं पता कि शर्म करने की ये बात है. आकाश आनंद ने यूपी को किडनैपिंग कैपिटल बता दिया है. उन्होंने इसे गद्दारों की सरकार का नाम दे दिया. उन्होंने 28 अप्रैल की रैली में भी कहा था कि कमल के फूल ने भारत को कीचड़ बना दिया है. आपको मेहनत करके भिखारी बनाया जाएगा.
आकाश आनंद ने सीतापुर की रैली में कहा था कि योगी की सरकार, आतंकियों की सरकार है. आकाश आनंद के खिलाफ केस भी दर्ज हुआ था. मायावती ने भी इन्हीं विवादों के चलते उन्हें पद से हटा दिया था. अब सवाल यह है कि क्या आकाश आनंद के तेवर नर्म होंगे या अब भी वे इसी तरह आक्रामक होकर अपनी कैंपेनिंग करते रहेंगे. मायावती ने उनकी राजनीतिक परिपक्वता पर ही सवाल उठा दिया है.