Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग के बीच रणवीर सिंह का एक डीप फेक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो हाल ही का बताया जा रहा है, जब रणवीर सिंह एक फैशन शो के लिए वाराणसी गए थे. वीडियो में वे गंगा किनारे न्यूज एजेंसी ANI से बात करते दिख रहे हैं. वीडियो में रणवीर एक पॉलिटिकल पार्टी को सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं. इससे पहले आमिर खान का जो डीप फेक वीडियो वायरल हुआ था, उसमें वे भी किसी पॉलिटिकल पार्टी के पक्ष में बात करते दिख रहे थे.
सबसे पहले बात रणवीर सिंह की. रणवीर सिंह का जो डीप फेक वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें वे शूटिंग के दौरान का अनुभव शेयर करते दिख रहे हैं. वीडियो में उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है कि पहले सोचा, फिर वोट करो. वे कहते दिख रहे हैं कि पीएम मोदी का मकसद है कि वे हमारे दुखी जीवन को सेलिब्रेट करें. हमारे दर्द, बेरोजगारी, महंगाई को. वे कहते हैं कि हम जो भारतवर्ष हैं, अन्यायकाल की तरफ बढ़ रहे हैं, पर हमें हमारे विकास और न्याय की मांग को नहीं भूलना चाहिए.
After Aamir Khan's deepfake video, a deepfake video of Ranveer Singh has also surfaced. In the deepfake video, Ranveer is seen criticizing the BJP and expressing support for the Congress.@RanveerOfficial @ECISVEEP pic.twitter.com/znG6BBmivB
— Sandeep Panwar (@tweet_sandeep) April 18, 2024
रणवीर सिंह से पहले आमिर खान का एक डीप फेक वीडियो वायरल हुआ था. 48 घंटे पहले जो वीडियो सोशल मीडिया पर धड़ाधड़ शेयर किया जा रहा था, उसमें आमिर खान एक पॉलिटिकल पार्टी को सपोर्ट करते दिख रहे थे. वीडियो के सामने आने के बाद आमिर खान ने कहा था कि वे किसी भी राजनीतिक पार्टी का सपोर्ट नहीं करते हैं. उन्होंने वीडियो को फेक बताते हुए साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी. आमिर खान का जो वीडियो वायरल हो रहा था, वो उनके 'सत्यमेव जयते' शो का एक हिस्सा बताया जा रहा था, जिसे AI के यूज से फेक बनाया गया था.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा गया था कि जब भी वोट करने गए, उनका जुमला, हमारी आवाज... उनका धोखा, हमारा काम... उनकी तकलीफ और हमारे मरहम... दोस्तों आप सोचते हैं कि देश गरीब है, तो ये गलत है. हर देशवासी के पास कम से कम 15 लाख रुपये होने चाहिए, अगर आपके पास नहीं हैं, तो ये कहां गए? जुमलेबाजों से रहो सावधान वरना होगा नुकसान.
सबसे पहले आप जानिए कि डीप फेक वीडियो आखिर तैयार कैसे होते हैं? दरअसल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI का यूज कर किसी भी वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा सकता है.
यूज में आसान कई AI वॉयस स्वैप टूल मुफ्त में उपलब्ध हैं. डीप फेक वीडियो बनाने वाले लोग इस टूल का यूज कर किसी की आवाज के सैंपल को अपलोड करते हैं और फिर उसे बदल देते हैं. इस तरह के वीडियो को जांचने के लिए आप itisaar.ai, आईआईटी जोधपुर के सहयोग से विकसित एआई डिटेक्शन टूल का यूज कर सकते हैं.
मशक्कत से तैयार किए गए डीप फेक वीडियो को तैयार करना काफी मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं. अगर आपको कोई वीडियो सोशल मीडिया पर मिलता है, तो सबसे पहले आपको उसके सोर्स के बारे में पता करना चाहिए. जिन सोर्स को आप नहीं जानते या जिसे कोई नहीं जानता, उस पर विश्वास करना ठीक नहीं होगा. अगर आपको थोड़ा सा भी विवादास्पद लगता है तो फिर किसी अन्य विश्वसनीय सोर्स से उसे क्रॉस रेफरेंस करके संदिग्ध पोस्ट की पहचान की जा सकती है कि वो असली है या फिर नकली.
डीप फेक वीडियो को पहचानने का एक और आसान तरीका ये है कि आपको अगर वीडियो के ऑडियो को सुनने के दौरान जरा भी शक होता है, तो उसे ध्यान से सुने. इससे आप आवाज की पहचान कर पाएंगे, जो थोड़ा अलग होगा. इसके अलावा, आप विजुअल्स की भी जांच कर सकते हैं. अगर विजुअल्स या फिर ऑडियो में समानता नहीं है, तो फिर समझ लीजिए कि ये नकली है.
सबसे जरूरी अपडेट रहें. ये डीप फेक वीडियो को पहचानने का सबसे आसान तरीका है. जिन्हें लगभग सभी अपडेट्स के बारे में पता होता है, वे इस तरह के डीप फेक वीडियोज को तुरंत पहचान लेते हैं और उसे शेयर करने से बचते हैं.