NEET UG 2025: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) जल्द ही नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करने वाली है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, NEET UG 2025 का रजिस्ट्रेशन 31 जनवरी (शुक्रवार) से शुरू होगा. इच्छुक छात्र आधिकारिक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
हर साल लाखों छात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) में बैठते हैं ताकि वे देश के टॉप मेडिकल कॉलेजों में MBBS, BDS और अन्य मेडिकल कोर्स में एडमिशन ले सकें. इस साल परीक्षा पैटर्न में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. आइए जानते हैं कि इस बार रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया कैसी होगी और परीक्षा में क्या बदलाव किए गए हैं.
जब NEET UG 2025 का रजिस्ट्रेशन लिंक एक्टिव होगा, तब छात्र नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आवेदन कर सकते हैं.
पहले उम्मीद की जा रही थी कि NEET UG 2025 रजिस्ट्रेशन के लिए APAAR ID अनिवार्य होगी, लेकिन अब NTA ने स्पष्ट कर दिया है कि यह जरूरी नहीं है. छात्र बिना APAAR ID के भी आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए अन्य जरूरी जानकारी जल्द ही सूचना बुलेटिन में उपलब्ध कराई जाएगी.
इस साल NEET UG 2025 परीक्षा पैटर्न में बड़े बदलाव किए गए हैं.
पिछले साल NEET और UGC-NET परीक्षाओं में पेपर लीक जैसी कई अनियमितताओं के आरोप लगे थे, जिससे परीक्षाओं की निष्पक्षता पर सवाल उठे. इसके बाद कई छात्रों और शिक्षाविदों ने मांग की कि NEET परीक्षा को कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) मोड में लिया जाए.
हालांकि, NTA ने साफ कर दिया है कि फिलहाल NEET UG परीक्षा पेन और पेपर मोड (OMR आधारित) में ही होगी. लेकिन भविष्य में परीक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिनमें मल्टी-स्टेज टेस्टिंग, सिक्योर एग्जामिनेशन सेंटर और ग्रामीण इलाकों के लिए मोबाइल टेस्टिंग यूनिट्स शामिल हैं.
NTA ने यह भी घोषणा की है कि मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (MNS) के तहत B.Sc. नर्सिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए भी NEET UG 2025 परीक्षा देना अनिवार्य होगा. यह परीक्षा आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल्स में प्रवेश के लिए जरूरी होगी.
अभी तक आधिकारिक रूप से परीक्षा तिथि घोषित नहीं की गई है, लेकिन पिछले वर्षों के ट्रेंड को देखते हुए, NEET UG 2025 परीक्षा मई के पहले सप्ताह में आयोजित होने की संभावना है. इस साल भी रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद, परीक्षा मई 2025 के पहले हफ्ते में हो सकती है.
पिछले साल परीक्षा में कथित पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं के कारण कई बदलावों पर चर्चा हो रही है. एक हाई-लेवल कमेटी, जिसकी अध्यक्षता पूर्व ISRO प्रमुख आर. राधाकृष्णन कर रहे हैं, परीक्षा प्रणाली को सुधारने के लिए कुछ बड़े सुझाव दे सकती है.
मल्टी-स्टेज और मल्टी-सेशन टेस्टिंग ताकि परीक्षा अधिक सुरक्षित हो.
टेस्टिंग सेंटर्स की सुरक्षा को मजबूत करना ताकि किसी भी तरह की धांधली को रोका जा सके.
ग्रामीण इलाकों के लिए मोबाइल टेस्टिंग यूनिट ताकि दूर-दराज के छात्रों को भी उचित परीक्षा सुविधाएं मिल सकें.