Uttarakhand Board Exam 2025: उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद (UBSE) द्वारा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 21 फरवरी से 11 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएंगी.
इस बार परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा को और कड़ा करते हुए प्रशासन ने धारा 163 लागू की है. साथ ही, परीक्षा केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, जिससे परीक्षा को नकल मुक्त और पारदर्शी बनाया जा सके.
उत्तराखंड में इस बार कुल 1,245 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इनमें 165 संवेदनशील और 5 अति संवेदनशील केंद्र शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, 49 एकल केंद्र और 1,196 मिश्रित केंद्र भी बनाए गए हैं. प्रशासन परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष और सुरक्षित बनाने के लिए पूरी सतर्कता बरत रहा है.
इस साल 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में बड़ी संख्या में छात्र शामिल होंगे.
हाईस्कूल (10वीं)
-कुल परीक्षार्थी: 1,36,688
-संस्थागत छात्र: 1,14,420
- व्यक्तिगत छात्र: 2,268
इंटरमीडिएट (12वीं)
- कुल परीक्षार्थी: 1,09,099
- संस्थागत छात्र: 1,05,298
- व्यक्तिगत छात्र: 4,401
परीक्षाएं सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक एकल पाली में आयोजित की जाएंगी. विशेष रूप से दिव्यांग परीक्षार्थियों को प्रति घंटे 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा, जिससे वे आराम से परीक्षा दे सकें.
उत्तराखंड बोर्ड सचिव विनोद कुमार सिमल्टी ने बताया कि इस साल टिहरी जिले में सबसे अधिक 135 परीक्षा केंद्र, जबकि चंपावत जिले में सबसे कम 42 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इसके अलावा, परीक्षा की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए;
- 13 मुख्य संकलन केंद्र
- 26 उप संकलन केंद्र
- 29 मूल्यांकन केंद्र
- 25 मिश्रित केंद्र
- 3 हाई स्कूल एकल केंद्र
- 1 इंटरमीडिएट एकल केंद्र
स्थापित किए गए हैं.
उत्तराखंड बोर्ड सचिव विनोद कुमार ने बताया कि इस बार परीक्षा में पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है. परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी, जिससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके. प्रशासन परीक्षा प्रक्रिया को नकल-मुक्त और निष्पक्ष बनाने के लिए कड़े कदम उठा रहा है, जिससे छात्रों को उचित माहौल में परीक्षा देने का अवसर मिल सके.
उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2025 को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं. परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है, और परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सख्त निगरानी की जा रही है. छात्रों को नकल मुक्त वातावरण में परीक्षा देने का अवसर प्रदान करने के लिए उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.