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CBSE ने मसौदो को दी मंजूरी, साल 2026 से साल में दो बार होंगे 10वीं बोर्ड के एग्जाम!

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की ओर से कक्षा 10 के छात्रों अब दो बार परीक्षा देनी होगी. खबरों की मानें तो 2026 से यह शुरु होगा. CBSE क्लास 10 की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार ली जाएंगी.

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Edited By: Reepu Kumari
 CBSE approves draft norms to conduct Class 10 board exams twice a year from 2026.
Courtesy: Pinterest

Class 10 Board Exam: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10 के छात्रों के लिए परीक्षा प्रणाली में एक बड़ा बदलाव करने का सोच लिया है. इसके विए विभाग की ओर से एक नया ड्राफ्ट पेश किया गया है.

नए नियम के तहत छात्रों को अब साल में दो बार परीक्षा देने का मौका मिलेगा. इसकी शुरुआत अगले साल से होगी. यानि 2026 में CBSE कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित होंगी, जिससे छात्रों को अपना प्रदर्शन सुधारने का एक अतिरिक्त अवसर मिलेगा.

नए दिशा-निर्देश

नए ड्राफ्ट में दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जाएंगी. पहला चरण फरवरी और मार्च के बीच होगा, जबकि दूसरा चरण मई में निर्धारित किया जाएगा. दोनों परीक्षाओं में पूरा पाठ्यक्रम शामिल होगा, जिससे छात्रों के ज्ञान और कौशल का व्यापक मूल्यांकन सुनिश्चित होगा.

दो बार होंगी बोर्ड की परीक्षाएं?

नए नियमों के अनुसार, बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी, जबकि प्रैक्टिकल और आंतरिक मूल्यांकन साल में केवल एक बार ही आयोजित किए जाएँगे. इस नए ढांचे का उद्देश्य छात्रों को अधिक लचीलापन प्रदान करना और एकल वार्षिक परीक्षा से जुड़े दबाव को कम करना है. छात्रों को दोनों सत्रों में उपस्थित होने और अपनी तैयारी के लिए सबसे उपयुक्त सत्र चुनने का अवसर मिलेगा.

शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में सीबीएसई के साथ अगले शैक्षणिक सत्र से हर साल दो बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की योजना पर चर्चा की. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया पर बैठक का विवरण शेयर किया और कहा कि सीबीएसई जल्द ही प्रस्तावित कार्यक्रम पर सार्वजनिक परामर्श मांगेगा. साल में दो परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय छात्रों के लिए तनाव मुक्त सीखने का माहौल बनाने के सरकार के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है.

मंत्रालय का एक और निर्देश

इसके अलावा, मंत्रालय ने सरकार को 2026-27 शैक्षणिक सत्र के लिए विदेशी स्कूलों के लिए वैश्विक पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया है. मंत्री प्रधान की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान, सीबीएसई को आगामी शैक्षणिक वर्ष में विदेशी स्कूलों के लिए सीबीएसई वैश्विक पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया.

पुराना नियम 

वर्तमान में, कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षाएं फरवरी और मार्च के बीच आयोजित की जाती हैं. हालांकि, बोर्ड संशोधित कार्यक्रम के लिए तीन विकल्पों पर विचार कर रहा है: सेमेस्टर प्रणाली में परीक्षाएं आयोजित करना, जिसमें पहली परीक्षा जनवरी-फरवरी में और दूसरी मार्च-अप्रैल में आयोजित की जाती है; या दूसरी परीक्षा जून में आयोजित करना, जिसमें पूरक या सुधार परीक्षाएं शामिल हैं.

कोविड-19 महामारी के दौरान, सीबीएसई ने एक बार के उपाय के रूप में बोर्ड परीक्षाओं को दो सत्रों में विभाजित किया था. हालांकि, बोर्ड अगले वर्ष पारंपरिक वर्ष के अंत में परीक्षा प्रारूप पर लौट आया. वर्ष में दो बोर्ड परीक्षाएं शुरू करने के साथ, सीबीएसई का लक्ष्य छात्रों के तनाव को कम करना है, साथ ही उन्हें शैक्षणिक सफलता के लिए अधिक लचीलापन और अवसर प्रदान करना है.