menu-icon
India Daily

CBSE Board Exam 2025: 12वीं और 10वीं के बिजनेस स्टडीज और संस्कृत का पेपर हुआ खत्म, जानें आसान था या मुश्किल

आज 22 फरवरी को सीबीएसई 10वीं की संस्कृत और 12वीं की व्यावसायिक अध्ययन का पेपर खत्न हुआ. पेपर कैसा रहा यह हर कोई जानना चाहता है. कई लोगों के लिए पैपर आसान था तो कई लोगों के लिए मुश्किल. परीक्षा सुबह 10.30 बजे शुरू. दोपहर 1.30 बजे भारत के 7,842 केंद्रों पर संपन्न हुई.

auth-image
Edited By: Reepu Kumari
CBSE Board Exam 2025's 12th and 10th Business Studies and Sanskrit papers are over.
Courtesy: Pinterest

CBSE Board Exam 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने आज कक्षा 10वीं की संस्कृत और कक्षा 12वीं की व्यावसायिक अध्ययन की परीक्षा आयोजित की. परीक्षा  की शुरुआत सुबह 10.30 बजे हुई. दोपहर 1.30 बजे भारत के 7,842 केंद्रों और विदेशों में 26 स्थानों पर खत्म हुई. इस साल भारत और विदेशों के 8,000 स्कूलों के करीब 42 लाख छात्र कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं.

परीक्षा में किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए बोर्ड ने कड़े सुरक्षा उपाय किए हैं. छात्रों की जांच की जा रही है, जबकि मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक सामान पर सख्त प्रतिबंध है.

बिजनेस स्टडीज प्रश्न पत्र का पैटर्न

प्रश्न पत्र को चार भागों में विभाजित किया गया था;

खंड ए (1 अंक): इस खंड में MCQ शामिल थे जो मानक थे और विकल्पों को पहचानना बहुत मुश्किल नहीं था.

खंड बी (3 अंक): इस खंड के सभी प्रश्न सीधे और आसानी से उत्तर देने योग्य थे. चुने गए केस स्टडी आधारित प्रश्नों के लिए उनके सैद्धांतिक ज्ञान के आसान अनुप्रयोग की आवश्यकता थी.

खंड सी (4 अंक): इस खंड में भी सीधे प्रश्न थे जिनके लिए अवधारणाओं को याद करने की आवश्यकता थी.

खंड डी (6 अंक): इस खंड में केस स्टडी-आधारित प्रश्न शामिल थे. इनमें से दो प्रश्न थोड़े अधिक कठिनाई स्तर के थे.

कैसा था बिजनेस स्टडीज का पेपर?

शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए सीबीएसई बोर्ड परीक्षा व्यवसाय अध्ययन कक्षा 12 प्रश्न पत्र (3 सेट) संतुलित, मानक और बोर्ड के मानदंडों के अनुसार संरेखित था. छात्रों को पेपर देखने पर आत्मविश्वास महसूस हुआ होगा, क्योंकि प्रश्न सिद्धांत के साथ-साथ अनुप्रयोग का एक अच्छा संयोजन थे. पेपर ने पूरे पाठ्यक्रम को व्यापक रूप से कवर किया, जिसमें बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार प्रत्येक अध्याय को उचित वेटेज दिया गया था. निर्धारित पाठ्यक्रम से बाहर कोई प्रश्न नहीं थे.

कुल मिलाकर, छात्र पेपर पूरा करने के बाद अपनी तैयारी के लिए आश्वस्त और पुरस्कृत महसूस करेंगे. पेपर की संरचना ने प्रभावी समय प्रबंधन की सुविधा प्रदान की, जिससे छात्रों को प्रत्येक अनुभाग के लिए उचित समय आवंटित करने और अंतिम जमा करने से पहले अपने लिखित उत्तरों को देखने की अनुमति मिली.

कक्षा 10 संस्कृत पेपर विश्लेषण

खबरों की मानें तो परीक्षा की अवधि 3 घंटे थी. प्रश्नपत्र 80 अंकों का था जिसमें 33% आंतरिक विकल्प थे. पेपर औसत था और प्रश्न मुख्य रूप से सीबीएसई सैंपल पेपर पर आधारित थे. सीधे प्रश्न सरल और उत्तर देने में आसान थे. MCQ और योग्यता-आधारित प्रश्न भी औसत कठिनाई के थे, जिससे संतुलित मूल्यांकन सुनिश्चित हुआ. छात्रों ने समय पर पेपर पूरा कर लिया और वे पेपर के स्तर से संतुष्ट थे. कुल मिलाकर यह एक छात्र-हितैषी पेपर था.

सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025: महत्वपूर्ण दिशानिर्देश 

बोर्ड ने ड्रेस कोड, परीक्षा हॉल में अनुमत और निषिद्ध वस्तुओं, अनुचित साधन प्रथाओं (यूएफएम) और संबंधित दंड के संबंध में दिशानिर्देश जारी किए हैं.

ड्रेस कोड

नियमित छात्र: उन्हें स्कूल यूनिफॉर्म पहनना चाहिए.
निजी उम्मीदवार: उन्हें हल्के, आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए.

परीक्षा हॉल में अनुमत वस्तुएं

स्टेशनरी: पारदर्शी थैली, ज्यामिति/पेंसिल बॉक्स, नीली या रॉयल ब्लू स्याही वाली कलम, बॉलपॉइंट पेन, जेल पेन, स्केल, इरेजर और राइटिंग पैड.
अन्य सामान: पारदर्शी पानी की बोतल, एनालॉग घड़ी, मेट्रो कार्ड, बस पास और नकदी.

निषिद्ध वस्तुएं

स्टेशनरी और डिवाइस: मुद्रित/हस्तलिखित सामग्री, ढीले कागज़ के टुकड़े, कैलकुलेटर (डिस्कैलकुलिया के छात्रों को छोड़कर, जिन्हें केंद्र से एक मिलेगा), पेन ड्राइव, लॉग टेबल (केंद्र में उपलब्ध कराए जाएँगे), इलेक्ट्रॉनिक पेन और स्कैनर.
संचार उपकरण: मोबाइल फ़ोन, ब्लूटूथ डिवाइस, इयरफ़ोन, माइक्रोफ़ोन, पेजर, हेल्थ बैंड, स्मार्टवॉच और कैमरे.
निजी सामान: वॉलेट, हैंडबैग, गॉगल्स और पाउच.
खाद्य पदार्थ: पैक किया हुआ या बिना पैक किया हुआ भोजन (मधुमेह के छात्रों को छोड़कर).

सीबीएसई ने पेपर लीक के आरोपों को खारिज किया

बोर्ड ने पहले एक आधिकारिक बयान जारी कर बोर्ड परीक्षा 2025 के पेपर लीक के दावों का खंडन किया था. यह आश्वासन देते हुए कि बोर्ड सक्रिय रूप से निगरानी कर रहा है और झूठी सूचना फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है, सीबीएसई ने कहा कि ये दावे निराधार हैं और इसका उद्देश्य छात्रों में अनावश्यक दहशत पैदा करना है.