Bihar Board Exam 2025: आज से शुरू हुए बिहार बोर्ड 10वीं के एग्जाम, इस तरह हो रही स्टूडेंट्स की तलाशी

Bihar Board Exam 2025: बिहार बोर्ड ने इस साल परीक्षा को चीटिंग फ्री बनाने के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं. सख्ती के चलते कई छात्र ऐसे हैं जो परीक्षा से वंचित रह गए हैं. परीक्षा ठीक से चल सके इसके लिए सीसीटीवी, सख्त चेकिंग और जूते-मोजे पर प्रतिबंध जैसे नियम लागू किए गए हैं.

Bihar Board Exam 2025: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा आयोजित बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2025 आज, 17 फरवरी से पूरे राज्य में शुरू हो गई है. यह एग्जान दो शिफ्ट्स में आयोजित की जा रही हैं जिसमें पहली शिफ्ट सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक आयोजित की जा रही है. राज्यभर में 1,677 एग्जाम सेंटर पर कई इंतजाम किए गए हैं जिसमें 15 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं.

बिहार बोर्ड ने नकल को रोकने के लिए कई सिक्योरिटी रोकने के लिए इस साल कड़े सिक्योरिटी मैनेजमेंट किए हैं. एग्जाम सेंटर पर छात्रों की दो लेवल पर चेकिंग की जाएगी जिससे किसी भी छात्र के पास कोई बेकार सामान न हो. परीक्षा के लिए स्टूडेंट्स को कम से कम आधे घंटे पहले एग्जाम सेंटर पहुंचना होगा. 

सीसीटीवी और सुरक्षा के कड़े इंतजाम: 

बोर्ड परीक्षा में ट्रांसपेरेंसी बनाए रखने के लिए सभी एग्जाम सेंटर को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है. इसके अलावा, अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर सख्त पाबंदी लगाई गई है.

जूते-मोजे पहनने पर प्रतिबंध:

बिहार बोर्ड ने एग्जाम सेंटर में जूते और मोजे पहनकर आने पर पूरी तरह रोक लगा दी है. परीक्षार्थियों को केवल चप्पल पहनकर आने की अनुमति दी गई है. इसके अलावा, छात्रों को ब्लैक या ब्लू बॉल पेन, पारदर्शी पेंसिल बॉक्स, स्केल, इरेजर और अतिरिक्त पेंसिल लाने की अनुमति है (खासतौर से मैथ्स के एग्जाम के लिए). एग्जाम सेंटर पर मोबाइल, स्मार्टवॉच या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है. 

इस साल बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा 25 फरवरी को खत्म होगी. परीक्षा की शुरुआत आज हिंदी, उर्दू, बंगाली और मैथिली के पेपर से हुई है. वहीं, लास्ट एग्जाम वोकेशनल लेक्टिवेस सब्जेक्ट की होगी. इस बार परीक्षा में 8,18,122 लड़कियां और 7,67,746 लड़के शामिल हो रहे हैं.

जहानाबाद और सीतामढ़ी में कई छात्र परीक्षा से वंचित:

जहानाबाद और सीतामढ़ी से आई रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ छात्र एग्जाम सेंटर में समय पर नहीं पहुंच सके, जिसके कारण वे परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए. जहानाबाद में 3-4 मिनट की देरी के चलते कई छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश नहीं मिला. वहीं, सीतामढ़ी के कमला बालिका हाई स्कूल में नौ छात्राओं को देरी के कारण परीक्षा से वंचित कर दिया गया. परीक्षा के सख्त नियमों के चलते पहली शिफ्ट के परीक्षार्थियों को सुबह 9 बजे तक एग्जाम सेंटर में प्रवेश लेना जरूरी था.