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Bihar Board 12th Commerce Result: पिता ऑटो ड्राइवर, दिन में एक बार खाना, बेटी रौशनी बनीं 12वीं टॉपर, कॉमर्स में हासिल किया ये रैंक

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कक्षा 12वीं के रिजल्ट को जारी कर दिया है. बिहार की बेटी रौशनी ने गरीबी को मुहतोड़ जवाब देते हुए अपने सुनहरे भविष्य की ओर कदम बढ़ा दिया है. रौशनी ने कॉमर्स में टॉप किया है. रौशनी के पिता एक ऑटो ड्राइवर है. रौशनी बताती हैं कि किस तरह से रौशनी को पढ़ाई के दौरान ट्यूशन फीस देने के भी पैसे नहीं थे.

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Edited By: Reepu Kumari
Auto Driver's Daughter  raushani Secures Top Rank In Commerce
Courtesy: Google

Bihar Board 12th Commerce Result: शिक्षा इतना बड़ा हथियार है कि आप इससे अपनी क्या कई लोगों की किस्मत बदल सकते हैं. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बिहार की बेटी रौशनी ने. उनके पिता एक ऑटो ड्राइवर हैं लेकिन बेटी ये साबित कर दिया कि अगर चाहो तो कुछ भी मुमकिन है. बेटी रौशनी ने BSEB 12वीं के कॉमर्स स्ट्रीम में टॉप किया है. 

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने 2025 के लिए कक्षा 12 के रिजल्ट का ऐलान कर दिया हैं. रौशनी ने 95% अंक प्राप्त किए हैं. कई लोगों के लिए ये सिर्फ एक टॉपर का नंबर हो सकता है लेकिन रौशनी उसके पिता और परिवार के लिए उनकी मेहनत है. वो नंबर रौशनी की उस ताकत को दिखाने के लिए काफी है कि गरीबी कभी किसी को नाम रौशन करने से रोक नहीं सकती. 

रौशनी ने कहां से पूरी की  प्राथमिक शिक्षा की पढ़ाई

रौशनी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा के लिए काशीपुर चकबीबी स्कूल में दाखिला लिया, अपनी मैट्रिक की पढ़ाई चांदपुरा हाई स्कूल से पूरी की, और अपनी इंटरमीडिएट की पढ़ाई जमुनीलाल कॉलेज, हाजीपुर से की.

'दिन में एक बार खाना....'

अपने बारे में बात करते हुए वो कहती हैं कि 'हर कोई कुछ बनना चाहता है, लेकिन वित्तीय परिस्थितियां अक्सर हमारी पसंद तय करती हैं. मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है-मेरे पिता एक ऑटो चालक हैं. आप एक ऑटो चालक के संघर्षों को जानते हैं. हमारे लिए, दिन में एक बार खाना भी पर्याप्त है.'

कंप्यूटर कोचिंग सेंटर में एक घंटे काम

उन्होंने कहा, 'कभी-कभी मुझे अपनी पढ़ाई के दौरान वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. मैंने अपने कोचिंग शिक्षक से कहा कि मैं फीस नहीं दे सकती. जवाब में, उन्होंने मुझे अपने कंप्यूटर कोचिंग सेंटर में एक घंटे काम करने की अनुमति दी, जहां मुझे 500 रुपये मिलते थे. इस तरह मैंने अपनी कोचिंग की फीस चुकाई.'

सीए बनने का था सपना 

अपने भविष्य के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहाज- 'शुरू में, मैंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सीए) करने के बारे में सोचा क्योंकि इसमें करियर की अच्छी संभावनाएं थीं. हालांकि, मुझे एहसास हुआ कि सीए के लिए काफी वित्तीय निवेश की आवश्यकता होती है. इसलिए, मैंने कंप्यूटर साइंस (सीएस) का अध्ययन करने का फैसला किया.'

रौशनी के पिता के खुशी का कोई ठिकाना नहीं  

रौशनी के पिता सुधीर कुमार ने अपनी खुशी साझा करते हुए कहा, 'जब रौशनी बहुत छोटी थी, तब भी पढ़ाई के प्रति उसकी लगन ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह एक दिन कुछ बड़ा हासिल करेगी.' इस बीच, विज्ञान वर्ग में प्रिया जायसवाल ने शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि कला वर्ग में अंकिता कुमारी और शाकिब साह संयुक्त रूप से टॉपर बने.

इस साल, बीएसईबी इंटर परीक्षा 2025 में शामिल 6,11,365 छात्रों में से 5,05,884 छात्र पास हुए, जबकि 1,05,481 फेल हुए, जिससे पास प्रतिशत 86.56% रहा। पिछले साल के 87.21% पास प्रतिशत की तुलना में सफलता दर में मामूली गिरावट देखी गई है.