Wipro Q4 results: विप्रो लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है. कंपनी का शुद्ध लाभ 6.4% बढ़कर ₹3,569.6 करोड़ पर पहुंच गया. इस तिमाही में कंपनी को लगातार बेहतर नतीजे मिले हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा भी मजबूत हुआ है. मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में कंपनी की कुल आय ₹22,504.2 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही की तुलना में हल्की बढ़ोतरी दर्शाती है. हालांकि, सालाना आधार पर देखा जाए तो राजस्व में गिरावट दर्ज की गई है.
₹6 प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान
कंपनी ने अपने शेयरधारकों को खुशखबरी देते हुए ₹6 प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की है. इसे ही कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए फाइनल डिविडेंड माना है. आने वाली पहली तिमाही यानी Q1 FY26 में विप्रो ने IT सेवाओं के राजस्व में 1.5% से 3.5% तक की गिरावट का अनुमान जताया है. यह गिरावट स्थिर मुद्रा (constant currency) के आधार पर होगी. नतीजों से पहले विप्रो के शेयर NSE पर 1.5% बढ़त के साथ ₹247.6 पर बंद हुए. इससे यह संकेत मिला कि बाजार को कंपनी के नतीजों से उम्मीदें थीं.
ऑपरेटिंग मार्जिन में हुआ सुधार
चौथी तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 17.5% रहा, जो पिछले साल की तुलना में 1.1 प्रतिशत अंक की बढ़ोतरी है. वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी ने ऑपरेटिंग मार्जिन में कुल 90 बेसिस पॉइंट की वृद्धि दर्ज की है. कंपनी की कुल बुकिंग्स तिमाही आधार पर 13.4% बढ़कर $3.96 अरब तक पहुंच गई. खास बात यह रही कि बड़ी डील्स में 48.5% की वार्षिक बढ़ोतरी हुई, जो $1.76 अरब रही.
कैश फ्लो भी मजबूत
चौथी तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ्लो ₹3,746.5 करोड़ रहा, जो नेट इनकम का 104.4% है. पूरे वित्त वर्ष में कंपनी ने करीब $2 अरब का मजबूत ऑपरेटिंग कैश फ्लो उत्पन्न किया, जो उसके नेट इनकम का 128.2% है.
कंपनी की CFO, अपर्णा अय्यर ने कहा, "हमारी लागत नियंत्रण और सटीक क्रियान्वयन रणनीति की वजह से मार्जिन में सुधार हुआ है. हमारा लक्ष्य आने वाले समय में भी इसी स्तर को बनाए रखना है."