पश्चिम रेलवे (WR) ने वित्त वर्ष 2024-25 में टिकट चेकिंग अभियानों के जरिए 150.86 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड जुर्माना वसूलकर एक शानदार उपलब्धि हासिल की है. यह न केवल टिकटलेस यात्रा पर अंकुश लगाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि नॉन फेयर रेवेन्यू (NFR) क्षेत्र में भी इसकी मजबूत स्थिति को उजागर करता है. अधिकारियों के अनुसार, पश्चिम रेलवे अब भारतीय रेलवे के सभी जोनों में एनएफआर उत्पादन के मामले में दूसरे स्थान पर है, जो संसाधनों के कुशल उपयोग और व्यावसायिक नवाचार का महत्वपूर्ण संकेतक है.
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने बताया, "वित्त वर्ष 2024-25 में, पश्चिम रेलवे ने टिकटलेस और अनियमित यात्रा के 25.17 लाख मामलों का पता लगाया, जिसमें बिना बुकिंग के सामान के मामले भी शामिल हैं, जिससे टिकट चेकिंग अभियानों के जरिए 150.86 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड जुर्माना वसूला गया."
मार्च 2025 में भी शानदार प्रदर्शन
इस गति को बनाए रखते हुए, मार्च 2025 में अकेले 2.72 लाख मामलों का पता लगाया गया, जिससे 16.57 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया. यह लगातार प्रदर्शन वास्तविक यात्रियों के हितों की रक्षा और टिकट रहित यात्रा को रोकने के प्रति पश्चिम रेलवे की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. यात्रियों के लिए सुविधाजनक कदम उठाते हुए, जून 2024 में एक नीतिगत बदलाव लागू किया गया. अब अनियमित यात्रियों को उनके गंतव्य तक का जुर्माना नहीं लगाया जाता, बल्कि उन्हें जांच के स्थान तक का शुल्क लेकर तुरंत उतार दिया जाता है. इससे आरक्षित डिब्बों में भीड़ कम हुई और यात्रा सुखद बनी.
विशेष अभियान और कर्मचारियों का योगदान
सप्ताहांत और त्योहारी मौसम में विशेष टिकट चेकिंग अभियान चलाए जाते हैं, जिससे अनुपालन बढ़ा और यात्री अनुशासन मजबूत हुआ. टिकट चेकिंग टीम की मेहनत भी इस सफलता में अहम रही. सूरत के डिप्टी चीफ टिकटिंग इंस्पेक्टर (Dy.CTI) सी.के. सिन्हा ने 10,682 मामलों का पता लगाकर 74.87 लाख रुपये का जुर्माना वसूला. बोरीवली के लक्ष्मण कुमार (10,603 मामले, 67.36 लाख रुपये) और मुख्यालय के आशुतोष कुमार सिंह (6,687 मामले, 66.13 लाख रुपये) ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया. मुंबई उपनगरीय खंड में 11 लाख मामलों से 47.43 करोड़ रुपये वसूले गए.
विनीत ने आगे बताया कि एसी लोकल ट्रेनों में सामान्य टिकट धारकों के अनधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए अचानक चेकिंग की जा रही है. अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक 65,000 मामलों में 209.52 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया.
एनएफआर में दूसरा स्थान
पश्चिम रेलवे ने एनएफआर में 105 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 112.17 करोड़ रुपये कमाकर लक्ष्य से 7% अधिक और पिछले साल के 100.81 करोड़ रुपये से 11.27% ज्यादा राजस्व हासिल किया. रेस्तरां ऑन व्हील्स, डिजिटल एआई कियोस्क विज्ञापन, बैटरी संचालित कार्ट, गेमिंग जोन और पोर्टर ऑन कॉल जैसे नवाचारों ने इस उपलब्धि में योगदान दिया.