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India Daily

ट्रंप के ट्रैरिफ प्लान से क्रैश हुआ अमेरिकी शेयर बाजार, डाउ जोन्स 1000 अंक से ज्यादा लुढ़का

सुबह के कारोबार में एसएंडपी 500 में 3.3% की गिरावट दर्ज की गई, जो अन्य प्रमुख शेयर बाजारों की तुलना में बदतर थी. डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज सुबह 9:50 बजे तक 1,204 अंक यानी 2.9% नीचे आ गया, जबकि नैस्डैक कम्पोजिट 4.3% लुढ़क गया.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
US stock market crashes due to Trumps tariff plan Dow Jones falls by more than 1000 points

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नवीनतम टैरिफ घोषणा के बाद गुरुवार को वॉल स्ट्रीट में भारी गिरावट देखी गई. शेयर बाजार में अफरा-तफरी का माहौल बन गया.

बाजार में भारी गिरावट

एपी की रिपोर्ट के अनुसार, सुबह के कारोबार में एसएंडपी 500 में 3.3% की गिरावट दर्ज की गई, जो अन्य प्रमुख शेयर बाजारों की तुलना में बदतर थी. डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज सुबह 9:50 बजे तक 1,204 अंक यानी 2.9% नीचे आ गया, जबकि नैस्डैक कम्पोजिट 4.3% लुढ़क गया. एएफपी की रिपोर्ट में बताया गया कि परिधान क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां नाइकी, मैसीज और गैप जैसी कंपनियों के शेयरों में चीन, मलेशिया और अन्य देशों पर नए भारी शुल्कों के बाद दोहरे अंक की गिरावट आई.

प्रमुख कंपनियों को नुकसान
चीन पर निर्भर एप्पल के शेयर 8.2% गिरे, जबकि अमेजन 6.9% और एनवीडिया 4.9% नीचे आए. एडवर्ड जोन्स के वरिष्ठ निवेश रणनीतिकार एंजेलो कोरकाफस ने एएफपी को बताया, "जो घोषणा हुई, वह सबसे खराब स्थिति के करीब थी. बाजार इसके लिए तैयार नहीं थे और उसी हिसाब से प्रतिक्रिया दे रहे हैं."

आर्थिक चिंताएं
नए टैरिफ से अमेरिका में मुद्रास्फीति फिर से बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है. अगर अन्य देश जवाबी टैरिफ लगाते हैं, तो विकास और रोजगार पर भी असर पड़ सकता है. कच्चे तेल से लेकर बिग टेक स्टॉक्स और अमेरिकी रियल एस्टेट में निवेश करने वाली छोटी कंपनियों तक, सभी की कीमतें गिरीं. यहां तक कि हाल ही में सुरक्षित निवेश माना जाने वाला सोना भी नीचे आ गया. अमेरिकी डॉलर की कीमत यूरो और कनाडाई डॉलर के मुकाबले कमजोर हुई.

ट्रंप के नए टैरिफ
ट्रंप ने गुरुवार को लगभग सभी व्यापारिक साझेदारों पर नए टैरिफ की घोषणा की- चीन से आयात पर 34% और यूरोपीय संघ पर 20% शुल्क शामिल है. उन्होंने कहा, "करदाताओं को 50 साल से अधिक समय से ठगा जा रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा." उनका लक्ष्य सरकार के लिए सैकड़ों अरब की नई आय और वैश्विक व्यापार में निष्पक्षता लाना है.