Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजार में 19 दिसंबर, गुरुवार को शुरुआती कारोबार में भारी गिरावट आई. सेंसेक्स में लगभग 1,200 अंकों की गिरावट आई और निफ्टी 23,870 के स्तर पर आ गया. बता दें कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि ब्याज दरों में कटौती की स्पीड थोड़ी कम हो सकती है और यही इस गिरावट का मुख्य कारण माना जा रहा है.
सेंसेक्स ने 79,029.03 पर शुरुआत की, जो पहले के 80,182.20 पर बंद हुआ था. यह 1,162 अंक गिरकर 79,020.08 तक आ गया. इसी तरह, निफ्टी 50 ने 23,877.15 पर खुलने के बाद 329 अंक गिरकर 23,870.30 तक पहुंच गया.
इसके कारण बीएसई में लिस्टेड कंपनियों की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 446.5 लाख करोड़ रुपये तक गिर गई, जो पहले 452.6 लाख करोड़ रुपये थी. इस गिरावट के चलते निवेशकों को महज कुछ मिनटों में 6 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. पिछले चार दिनों में हुए नुकसान से निवेशकों को लगभग 13 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, क्योंकि 13 दिसंबर को बीएसई लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 459.4 लाख करोड़ रुपये था.
इस भारी गिरावट से निवेशकों में चिंता और असमंजस का माहौल है, क्योंकि शेयर बाजार में इस तरह के उतार-चढ़ाव निवेशकों के लिए जोखिम का कारण बन सकते हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले ने ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता बढ़ा दी है, जिससे भारतीय बाजारों पर भी इसका असर पड़ा है.