Starbucks Layoffs: आज के इस डिजिटल युग में किसी की नौकरी कब और कितने बजे चली जाए इसका अनुमान लगाना बड़ा मुश्किल होता है. कोरोना काल के बाद से चीजें बड़ी तेजी के साथ बदली हैं और इस बदलते दौर में एक शब्द बहुत ही कॉमन हो गया है. वह शब्द है छंटनी. अंग्रेजी में इसे लेऑफ कहते हैं. कुछ बड़ी कंपनियां यही करने वाली है. यानी छंटनी. दुनिया की मशहूर दिग्गज कॉफी कंपनी स्टारबक्स कॉर्पोरेशन ने कहा कि वह वर्कफोर्स में कटौती करेगी. इस कटौती में वह 1100 लोगों की नौकरी जाएगी. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट की मानें तो कंपनी जो स्टोर खुद ओन करती है उसके बाहर काम करने वाले ग्लोबल वर्कफोर्स के लगभग 7 फीसदी कर्मचारी इस छंटनी से प्रभावित होंगे.
रिपोर्ट की माने तो जो भी कर्मचारी इस छंटनी से प्रभावित होंगे उसे मई 2025 तक का वेतन और अन्य लाभ दिए जाएंगे. कंपनी मंगलवार की शाम तक उन कर्मचारियों को सूचित करेगी जो इस छंटनी से प्रभावित होंगे.
स्टॉरबक्स के साथ दुनिया के इस बड़े बैंक में भी होगी छंटनी
स्टारबक्स कॉर्पोरेशन के अलावा दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में शामिल डीबीएस बैंक भी अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएगा. बैंक अगले 3 सालों में 10 फीसदी वर्कफोर्स कम करेगा. यानी करीब 4 हजार लोगों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है. बैंक की ओर से बताया गया है कि एआई के इस्तेमाल की वजह से हमे वर्कफोर्स कम करना पड़ेगा. क्योंकि जो काम एआई कुछ ही मिनटों में कर दे रहा है उसके लिए हमें कर्मचारी रखने से कोई फायदा नहीं है.
सिंगापुर के डीबीएस ग्रुप के CEO पीयूष गुप्ता ने एक कार्यक्रम में कहा कि एआई का इस्तेमाल बढ़ने की वजह से डीबीएस बैंक से अगले 3 सालों में करीब 4 हजार कर्माचरियों की कटौती करेगा.
इन कर्मचारियों की जाएगी नौकरी
डीबीएस बैंक ने अपने एआई टीम में 1 हजार कर्मचारियों को साथ जोड़ा है. इसके चलते अगले 3 सालों में वर्कफोर्स में 10 फीसदी की कमी आएगी. एआई के आने से नई नौकरियों के अवसर खत्म हो जाएंगे. डीबीएस बैंक उन कर्मचारियों की छंटनी करेगा जो अस्थाई हैं या फिर कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड काम कर रहे हैं. ऑन रोल कर्मचारी पर छंटनी का खतरा नहीं है.