Sensex: शनिवार को बजट के प्रति पॉजिटिव उम्मीद दिख रही है जिसने सेंसक्स को 741 अंकों की बढ़त के साथ 77,501 अंकों पर पहुंचा दिया. इस पॉजिटिव रुझान ने पिछले चार सेशन्स में सेंसक्स को लगभग 2,100 अंकों तक बढ़ाया, हालांकि पिछले बजट (23 जुलाई 2024) के बाद से यह इंडेक्स करीब 2,900 अंक या 3.6% नीचे है.
टेक-आधारित ब्रोकिंग फर्म लेमॉन के सतीश चंद्र आलुरी ने कहा, "बजट के प्रति उम्मीदों के चलते अलग-अलग सेक्टर्स में एक बड़ी रैली देखने को मिली है." उन्होंने यह भी बताया कि शुक्रवार को संसद में पेश किया गया इकॉनोमिक सर्वे ने भी पॉजिटिव रुझान को बढ़ाया, क्योंकि FY26 के लिए 6.3-6.8% की वृद्धि दर की प्रोजेक्शन्स एक्सपेक्टेशन्स के अनुरूप थीं और सरकार के कैपिटल एक्सपेंडिचर बढ़ाने के विचार ने बजट के ऐलान से पहले निवेशकों का मनोबल बढ़ाया.
हालांकि, पिछले बजट के बाद निवेशकों को करीब 26.3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, और BSE का मार्केट कैपिटलाइजेशन अब 433 लाख करोड़ रुपये पर है. पिछले बजट के बाद से, मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स में ज्यादा नुकसान हुआ है. 23 जुलाई 2024 के बाद से BSE का मिडकैप इंडेक्स 7.3% गिरा है, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 5.4% नीचे चला गया है.
मार्केट प्लेयर्स यह देख रहे हैं कि वित्त मंत्री वर्तमान में डॉमेस्टिक और ग्लोब चुनौतियों का किस तरह सामना करती हैं. तामोहरा इन्वेस्टमेंट मैनजर्स की शीतल मलपानी ने कहा, "बजट 2025 का महत्व हाल के बजटों से कहीं ज्यादा है, क्योंकि यह उस समय पेश किया जा रहा है जब भारतीय अर्थव्यवस्था कमजोर संकेत दिखा रही है. साथ ही, सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद स्ट्रेटेजिक पॉलिसीस में बदलाव हो सकते हैं. आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने और फाइनेंशियल लॉस को कंट्रोल में रखने के बीच एक बैलेंस बनाना कठिन चुनौती होगा."