शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. ट्रंप के टैरिफ पॉज के बाद बुल्स जमकर झूमे और निफ्टी 22,800 से ऊपर टिके रहने में कामयाब रहा. भारतीय शेयर बाजार के सभी इंडेक्स आज मजबूती के साथ बंद हुए. अंतिम कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 1,310.11 अंक (1.77 फीसदी) की छलांग के साथ 75,157.26 और निफ्टी 429.40 की जबरदस्त छलांग के साथ 22,828.55 पर बंद हुआ. आज करीब 3006 शेयरों में तेजी और 807 शेयरों में गिरावट आई जबकि 110 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.
सबसे ज्यादा उछले ये शेयर
यूएस टैरिफ पॉज ने बढ़ाया भरोसा
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, "अमेरिका द्वारा पारस्परिक टैरिफ पर अप्रत्याशित स्थगन ने अनिश्चितता के बीच राहत प्रदान की है." उन्होंने आगे बताया, "हालांकि आईटी प्रमुख के परिणाम बाजार की उम्मीदों से कम रहे, लेकिन ऑर्डर बुक में वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में आशावाद बना हुआ है. द्विपक्षीय व्यापार वार्ताओं में कोई भी प्रगति निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों के निकटवर्ती दृष्टिकोण को बदल सकती है."
टॉप परफॉर्मर्स और लूजर्स
बीएसई सेंसेक्स पर टाटा स्टील 4.91% की उछाल के साथ शीर्ष प्रदर्शनकर्ता रहा. पावर ग्रिड कॉरपोरेशन 3.72%, एनटीपीसी 3.25%, कोटक महिंद्रा बैंक 2.85%, और रिलायंस इंडस्ट्रीज 2.84% की बढ़त के साथ अन्य प्रमुख लाभकर्ता रहे. दूसरी ओर, केवल दो स्टॉक्स नुकसान में रहे—एशियन पेंट्स में 0.76% और टीसीएस में 0.43% की मामूली गिरावट दर्ज की गई.
सेक्टोरल प्रदर्शन
सभी सेक्टोरल सूचकांकों ने सकारात्मक रुख दिखाया. निफ्टी मेटल 4.20% की तेजी के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 3.07% उछला. निफ्टी ऑयल एंड गैस 2.19%, निफ्टी ऑटो 2.27%, निफ्टी फार्मा 2.42%, और निफ्टी हेल्थकेयर 1.53% की बढ़त के साथ मजबूत रहे. निफ्टी मीडिया में 1.71%, निफ्टी पीएसयू बैंक में 1.25%, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 1.53%, और निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेस में 1.58% की वृद्धि देखी गई. निफ्टी आईटी 0.93% और निफ्टी एफएमसीजी 0.84% की मामूली बढ़त के साथ रैली में शामिल हुए. निफ्टी रियल्टी ने भी 1.15% की वृद्धि दर्ज की.
व्यापक बाजार और अस्थिरता
निफ्टी स्मॉलकैप100 में 2.86% और निफ्टी मिडकैप100 में 1.82% की जोरदार बढ़त देखी गई. इंडिया वीआईएक्स, जो बाजार की अस्थिरता को मापता है, 8.00% की भारी गिरावट के साथ स्थिर हुआ. रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च एसवीपी अजित मिश्रा ने सलाह दी, "जब तक अधिक स्थिरता न दिखे, हम हेज्ड दृष्टिकोण बनाए रखने की सिफारिश करते हैं. प्रतिभागियों को वैश्विक घटनाओं और कॉरपोरेट आय पर ध्यान देना चाहिए."