GRASE, कोचीन शिपयार्ड...डिफेंस स्टॉक्स में आई तूफानी तेजी, 20% तक उछले, जानें क्या है वजह?
जर्मनी और यूरोप द्वारा रक्षा बजट बढ़ाने के संकेत से भारत के डिफेंस शेयरों में तेजी देखने को मिली है. यूरोप के डिफेंस बजट बढ़ने का मतलब साफ है कि इससे भारतीय डिफेंस कंपनियों को अपना उत्पाद इन देशों को बेचने के मौके मिलेंगे.
लंबे वक्त के बाद एक बार फिर से भारत के बाजारों में तेजी देखने को मिल रही है. मंगलवार की तूफानी तेजी के बाद बुधवार को भी भारतीय बाजार हरे निशान पर बंद हुए. बुधवार को डिफेंस स्टॉक्स में जबरदस्त तेजी देखने को मिली. GRASE, कोचीन शिपयार्ड, HAL समेत सभी डिफेंस स्टॉक्स लगभग 20% तक उछल गए. डिफेंस स्टॉक्स का बेंचमार्क निफ्टी डिफेंस की 5% तक उछल गया.
अचानक क्यों झूम उठे डिफेंस शेयर
डिफेंस स्टॉक्स में यह तेजी जर्मनी द्वारा अपना डिफेंस बजट बढ़ाने के ऐलान के बाद आई है. बदलते भू-राजनीतिक परिवेश और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस ऐलान के बाद कि वह दूसरे देशों की सुरक्षा में अपना पैसा बर्बाद नहीं करेंगे, अब यूरोपीय देशों ने अपने रक्षा बजट को बढ़ाना शुरू कर दिया है. इस सप्ताह जर्मन के रक्षा मंत्री वॉन डेर लेयेन ने घोषणा की कि वह 2030 तक रक्षा उपकरणों पर 140 बिलियन खर्च करना चाहती हैं.
जर्मनी और यूरोप द्वारा रक्षा बजट बढ़ाने के संकेत से भारत के डिफेंस शेयरों में तेजी देखने को मिली है. यूरोप के डिफेंस बजट बढ़ने का मतलब साफ है कि इससे भारतीय डिफेंस कंपनियों को अपना उत्पाद इन देशों को बेचने के मौके मिलेंगे.
कई विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान भू-राजनीतिक परिस्थितियों के देखते हुए पूरे विश्व में रक्षा उपकरणों को खरीदने की होड़ लग सकती है. इसका सीधा फायदा डिफेंस स्टॉक्स को होने जा रहा है. बुधवार को GRSE के शेयर में 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लगा और यह 1,141.35 पर बंद हुआ.
कोचीन शिपयार्ड के शेयर ने इंट्राडे में 10 प्रतिशत का अपर सर्किट छुआ और यह 1,474.95 तक पहुंचा. इसके अलावा अन्य डिफेंस स्टॉक्स जैसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स में 5.16 प्रतिशत और मझगांव डक शिपयॉर्ड में 10.96% की तेजी देखने को मिली.