सेंसेक्स पहली बार 85,000 के पार, निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा

सुबह 10:05 बजे तक, एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 80.74 अंक बढ़कर 85,009.35 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 26000 के बेहद करीब ट्रेड कर रहा है.  

Social Media
India Daily Live

शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है. मंगलवार को सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान पर खुला. हालांकि, ये गिरावट ज्यादा देर तक कायम नहीं रही और दोनों इंडेक्स 15 मिनट के कारोबार के बाद ही ग्रीन ग्रीन जोन में आ गया. सुबह 10:05 बजे तक, एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 80.74 अंक बढ़कर 85,009.35 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 26000 के बेहद करीब ट्रेड कर रहा है.  

सुबह 10:05 बजे तक, एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 80.74 अंक बढ़कर 85,009.35 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 50 29.15 अंक बढ़कर 25,968.20 पर बंद हुआ. हालांकि, निफ्टी बैंक, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज और निफ्टी आईटी सहित कई प्रमुख क्षेत्रीय सूचकांक संघर्ष करते रहे और लाल निशान में रहे. निफ्टी50 पर शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में टाटा स्टील, हिंडाल्को, पावर ग्रिड, जेएसडब्ल्यू स्टील और एमएंडएम शामिल थे, जबकि एलटीआईएम, एचयूएल, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट सबसे बड़े पिछड़े हुए शेयरों के रूप में उभरे.

किन-किन कंपनी के शेयरों में देखी गई तेजी

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर तेजी वाले शेयरों की बात करें तो टाटा स्टील के शेयर में सबसे ज्यादा 3.50 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं हिंडाल्को का शेयर करीब 3 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयर में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखी जा रही है. एचडीएफसी बैंक का शेयर 0.79 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. और Tata Motors Share करीब 1 फीसदी से ज्यादा चढ़कर कारोबार कर रहा था. 

यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद से शेयर बाजार लगातार रिकॉर्ड ऊंचाई पर बना हुआ है.18 सितंबर को फेड ने अपनी ब्याज दर को 0.5 प्रतिशत घटाकर 4.75-5 प्रतिशत लक्ष्य सीमा पर ला दिया. यह 2020 की शुरुआत के बाद से यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा पहली बार ब्याज दरों में कटौती थी.

एक्सपर्ट का क्या है कहना? 

फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, 'दो रुझान ध्यान देने योग्य हैं. वैश्विक भू-राजनीतिक चिंता का विषय मध्य पूर्व बना हुआ है, जहां हालात बदतर होते जा रहे हैं. लेबनान पर इजरायली हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं, जिससे चिंताएं बढ़ गई हैं. कच्चे तेल में तेजी आई है. सोना और अस्थिरता सूचकांक चिंता को दर्शाते हुए बढ़ रहे हैं. हालांकि, बाजार लचीला बना हुआ है और तेजी का माहौल बना हुआ है. निवेशकों को इन दो रुझानों के आधार पर फैसला लेना होगा.'