BHEL Share: सरकारी इंजीनियरिंग कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने वित्त वर्ष 2024-25 में ₹27,350 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है, जो पिछले साल की तुलना में 19% अधिक है. कंपनी की इस उपलब्धि के पीछे एक मजबूत ऑर्डर बुक और पॉवर सेक्टर से बढ़ती मांग को प्रमुख कारण माना जा रहा है.
सरकारी कंपनी को पिछले वित्त वर्ष में अब तक का सबसे ज्यादा ₹92,534 करोड़ का ऑर्डर मिला. इनमें से सबसे बड़ा हिस्सा, करीब ₹81,349 करोड़, पावर सेक्टर से आया है. इसके अतिरिक्त, औद्योगिक क्षेत्र से भी कंपनी को ₹11,185 करोड़ के नए ऑर्डर प्राप्त हुए हैं. यह आंकड़े कंपनी की विविध क्षेत्रों में मौजूदगी को दर्शाते हैं, जिनमें ट्रांसपोर्टेशन, डिफेंस, प्रोसेस इंडस्ट्रीज और इंडस्ट्रियल उपकरण शामिल हैं.
थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट्स से फिर बढ़ी उम्मीदें
सरकार द्वारा थर्मल पॉवर परियोजनाओं पर एक बार फिर से जोर दिए जाने और कोयला आधारित बिजली की मांग में तेजी आने से बीएचईएल को नए अवसर मिल रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों में जहां कंपनी को पॉवर सेक्टर में नए ऑर्डर नहीं मिल रहे थे, वहीं अब बायलर और EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) प्रोजेक्ट्स के लिए कंपनी की ऑर्डर बुक पूरी तरह भरी हुई है.
बिजली उत्पादन में 8.1 GW की उपलब्धि
बीएचईएल ने 2024-25 में 8.1 गीगावॉट की थर्मल पॉवर क्षमता को सफलतापूर्वक चालू या सिंक्रनाइज़ किया है. इससे यह साफ है कि कंपनी केवल ऑर्डर बुक में ही नहीं बल्कि प्रोजेक्ट्स के निष्पादन में भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है.
कंपनी का मुनाफा दोगुना हुआ
BHEL के शुद्ध मुनाफे में भी तगड़ी बढ़ोतरी हई है. दिसंबर तिमाही के अंत तक भेल का शुद्ध लाभ ₹134.70 करोड़ का था. यह पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही से ₹60.31 करोड़ अधिक था.
शेयरों में तेजी की पूरी संभावना
जिस तरह पॉवर सेक्टर में मांग बढ़ रही है और बीएचईएल के पास रिकॉर्ड ऑर्डर बुक है, उससे निवेशकों को कंपनी के शेयरों में अच्छी बढ़त की संभावना नजर आ रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि बीएचईएल के शेयरों में आने वाले महीनों में अच्छा उछाल देखने को मिल सकता है.
डिस्क्लेमर: INDIA DAILY किसी को भी शेयर बाजार में निवेश करने की सलाह नहीं देता. कहीं भी निवेश करने से पहले अपने आर्थिक सलाहकार से सलाह अवश्य लें.