Share Market PSU Stocks: शेयर मार्केट की तबाही रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. बाजार धड़ाम-धड़ाम गिरता जा रहा है. आज यानी सप्ताह के पहले दिन 3 मार्च सोमवार को निवेशकों को लग रहा था कि मार्केट में कुछ पॉजिटिव देखने को मिल सकता है. हुआ भी कुछ वैसा. खुलते ही बाजार ने एक लंबी छलांग लगाते हुए हरे निशान की ओर इशारा किया. लेकिन यह हरा निशाना देखते ही देखते तुरंत लाल निशान में बदल गया. इस खबर को हम तकरीबन 10 बजकर 30 मिनट के आस-पास लिख रहे हैं. मार्केट इस समय लाल निशान पर है. लाल निशाने मानें. सेंसेक्स और निफ्टी आज भी घटकर माइनस में चले गए हैं. सरकारी कंपनियों के शेयर हाफ रहे हैं. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE पर लिस्टेड PSU स्टॉक्स की मार्केट वैल्यू में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इन सरकारी कंपनियों की वैल्यू 15 महीने के निचले स्तर पर जा पहुची है. फरवरी में सरकारी कंपनियों की कैपिटलाइजेशन में 14.61 फीसदी की भयंकर गिरावट दर्ज की गई. आज पॉलिकैब के शेयरों में (polycab share price) उछाल देखने को मिल रही है. इस खबर को लिखे जाने तक इसके शेयर 2.79 फीसदी तक बढ़े हैं. वहीं, अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर (ultratech cement share price) भी आज भाग रहे हैं.
फरवरी महीने में भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड सरकारी कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू 57.43 लाख करोड़ रुपये थी. वहीं, पिछले साल यानी जुलाई 2024 में सरकारी कंपनियों का कुल मार्केट कैप 81.38 लाख करोड़ रुपये था. यह ऑल टाइम हाई था. लेकिन यह अपने ऑल टाइम हाई से करीब 24 लाख करोड़ रुपये गिर चुकी है. वहीं, जनवरी में शेयर बाजार में लिस्टेड सरकारी कंपनियों का मार्केट कैप 64.88 लाख करोड़ था. दिसबंर में यह 66.34 लाख करोड़ रुपये था.
सरकारी शेयरों में बंपर गिरावट
शेयर बाजार में लिस्टेड सरकारी कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. मार्केट में लिस्टेड 103 PSU स्टॉक्स में से 7 कंपनियों के शेयर 60 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है. 28 कंपनियों के शेयर में 50 से 50 तो 34 कंपनियों के शेयर में 40 से 50 फीसदी की गरिवाट दर्ज की जा चुकी है. वहीं,. 32 सरकारी कंपनियों के शेयर 20 से 40 फीसदी तक गिर चुके हैं.
क्यों घट रहे हैं सरकारी कंपनी के शेयर?
सरकारी कंपनी ही नहीं अधिकतर प्राइवेट कंपनियों के शेयर भी धड़ाम-धड़ाम नीचे गिर रहे हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो दिसंबर तिमाही के नतीजों का असर कंपनियों के शेयरों में साफ देखा जा रहा है. हाई वैल्यूएशन और सरकारी खर्चे में आई कमी भी सरकारी कंपनियों के शेयरों में आ रही गिरावट का एक मुख्य कारण हैं. इसके साथ ही साथ पब्लिक सेक्टर में निवेश करने वाले निवेशकों ने प्रॉफिट बुकिंग भी शुरू कर दी है, जिसके चलते अधिकतर निवेशक बाजार से निकल रहे हैं.