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India Daily

LPG सिलेंडर के बाद सस्ते हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल, मोदी सरकार बजट में कर सकती है ये बड़ा ऐलान

बजट 2025 में अगर सरकार एक्साइज ड्यूटी में कटौती करती है, तो इसका सीधा फायदा आम जनता को मिलेगा. पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम होने से महंगाई पर काबू पाया जा सकेगा, उद्योगों को राहत मिलेगी और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या फैसला लेती है.

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Edited By: Babli Rautela
Budget 2025
Courtesy: Social Media

Budget 2025: आम जनता के लिए बजट 2025 (Budget 2025) एक बड़ी खुशखबरी लेकर आ सकता है. खबरें हैं कि सरकार पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel) की कीमतों में भारी कटौती कर सकती है. एक्सपर्ट का मानना है कि केंद्र सरकार इस बार एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) में कमी कर सकती है, जिससे पेट्रोल-डीजल सस्ता हो सकता है.

इस समय पेट्रोल पर 19.90 रुपए और डीजल पर 15.80 रुपए की एक्साइज ड्यूटी लगती है. उद्योग संगठनों ने सरकार से इसे कम करने की मांग की है, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतें नीचे आ सकती हैं. अगर सरकार एक्साइज ड्यूटी में कटौती करती है, तो इसका सीधा फायदा आम जनता को मिलेगा. पेट्रोल-डीजल सस्ता होने से परिवहन लागत घटेगी, महंगाई पर काबू पाया जा सकेगा, और उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.

CII ने सरकार को दी सिफारिश

कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) ने सरकार से अनुरोध किया है कि एक्साइज ड्यूटी कम की जाए ताकि उद्योगों को फायदा हो और महंगाई पर नियंत्रण पाया जा सके.

CII का मानना है कि, पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने से उद्योगों की उत्पादन लागत कम होगी. इसके साथ ही उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, जिससे खपत और मांग में इजाफा होगा. साथ ही महंगाई दर में गिरावट आने से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.

अगर हम पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो एक्साइज ड्यूटी में कटौती का इतिहास कुछ इस प्रकार है:

साल पेट्रोल (₹/लीटर) डीजल (₹/लीटर)
मार्च 2020 ₹22.98 ₹18.83
जून 2020 ₹32.98 ₹31.83
फरवरी 2021 ₹32.90 ₹31.80
नवंबर 2021 ₹27.90 ₹21.80
मई 2022 ₹19.90 ₹15.80

2022 के बाद से पेट्रोल और डीजल पर कोई बड़ी कटौती नहीं हुई है। इसलिए, बजट 2025 में इसकी संभावना अधिक है।

बजट 2025 में कटौती का असर

  • महंगाई में कमी: पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने से परिवहन लागत कम होगी, जिससे रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती होंगी.
  • उद्योगों को राहत: डीजल की कीमतें घटने से लॉजिस्टिक्स और उत्पादन लागत घटेगी, जिससे औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि होगी.
  • आम जनता को फायदा: पेट्रोल-डीजल सस्ता होने से रोजमर्रा के खर्चे घटेंगे और बचत बढ़ेगी.