नयी दिल्ली, 22 जनवरी: यात्रा प्रौद्योगिकी फर्म ओयो ने घोषणा की है कि वह अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, पुरी, हरिद्वार, मथुरा, वृंदावन, अमृतसर, उज्जैन, अजमेर, नासिक और तिरुपति जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में 500 नए होटल जोड़ने की योजना बना रही है.
ओयो ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब धार्मिक पर्यटन में तेज वृद्धि हो रही है. इसके साथ ही, सरकार ने भी पर्यटन स्थलों पर बुनियादी ढांचे के विकास और नए आकर्षण बनाने पर ध्यान दिया है. कंपनी ने अपने बयान में बताया कि अयोध्या में 150 से अधिक होटल, वाराणसी में 100 होटल, और प्रयागराज, हरिद्वार और पुरी में 50-50 नए होटल जोड़े जाएंगे.
अयोध्या का बढ़ता महत्व
अयोध्या हाल ही में सबसे अधिक ऑनलाइन सर्च किए गए धार्मिक स्थलों में शीर्ष पर पहुंच गया है. राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद शहर ने एक प्रमुख आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में अपनी पहचान बनाई है. इस बढ़ती मांग को देखते हुए, कंपनी ने अयोध्या में बड़े पैमाने पर निवेश करने का फैसला किया है.
उच्च गुणवत्ता वाले आवास का ध्यान
ओयो इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी वरुण जैन ने कहा, "हम श्रद्धालुओं और पर्यटकों की उच्च गुणवत्ता वाले आवास की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए रणनीतिक रूप से स्थित होटल प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं."
धार्मिक पर्यटन का आर्थिक योगदान
धार्मिक पर्यटन से भारत को वर्ष 2028 तक 59 अरब डॉलर के राजस्व का अनुमान है. इसके अलावा, इस क्षेत्र से 2030 तक 14 करोड़ रोजगार सृजित होने की उम्मीद जताई गई है.