भारत आज स्मार्टफोन उद्योग में उसी मोड़ पर खड़ा है, जहां एक दशक पहले चीन था. यह कहना है नथिंग के सह-संस्थापक और सीईओ कार्ल पेई का, जिन्होंने हाल ही में भारत की संभावनाओं को रेखांकित किया. उनके अनुसार, देश में स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने वाली सरकारी नीतियां, तेजी से विकसित हो रहा तकनीकी परिवेश और बढ़ता उपभोक्ता आधार भारत को स्मार्टफोन उद्योग में वैश्विक शक्ति बनने के लिए तैयार कर रहे हैं.
पेई ने अपने एक ट्वीट में कहा, "भारत आज स्मार्टफोन उद्योग में उसी स्थिति में है जहां एक दशक पहले चीन था—एक बड़ी क्रांति की दहलीज पर. सरकार का स्थानीय उत्पादन पर जोर, समृद्ध तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र और तेजी से बढ़ता उपभोक्ता आधार इसे वैश्विक स्मार्टफोन केंद्र बनाने के लिए सभी जरूरी तत्व प्रदान करते हैं." उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार की भारतीय मोबाइल ब्रांड विकसित करने की योजना देश की वैश्विक स्थिति को और मजबूत कर सकती है.
India today stands where China was a decade ago in the smartphone industry - on the verge of a major revolution. With the government's push for local manufacturing, a thriving tech ecosystem, and a rapidly expanding consumer base, India has all the ingredients to become a global… pic.twitter.com/ELXBlf6OKw
— Carl Pei (@getpeid) March 17, 2025
पेई की यह टिप्पणी नथिंग के भारत में अपनी मौजूदगी को गहरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो अब इस ब्रांड का सबसे बड़ा बाजार बन चुका है. इससे पहले एक साक्षात्कार में पेई ने कहा था, "चूंकि चीन की विकास गाथा अब धीमी पड़ रही है, मैं भारत को लेकर बहुत आशावादी हूं." यह बयान भारत के प्रति उनके विश्वास को और पुख्ता करता है.
भारत में नथिंग की तेज प्रगति
भारत में नथिंग की वृद्धि इसकी रणनीतिक महत्व को उजागर करती है. 2024 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने शिपमेंट में 510% की साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की, जिससे यह क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ने वाला स्मार्टफोन ब्रांड बन गया. यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि भारतीय बाजार में लगभग 80% हिस्सेदारी चीनी ब्रांडों के पास है, जबकि सैमसंग और एप्पल जैसे ब्रांड छोटे हिस्से पर काबिज हैं.
2021 में शुरू हुई नथिंग ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की. 2022 में इसके फोन (1) के लॉन्च ने ब्रांड के लिए एक निर्णायक क्षण चिह्नित किया. पेई के हालिया बयान नथिंग की उस महत्वाकांक्षा को दोहराते हैं, जिसमें वह भारत की स्मार्टफोन क्रांति का लाभ उठाकर देश के तकनीकी विकास में अग्रणी भूमिका निभाना चाहता है.
भारत का बढ़ता महत्व
भारत में स्मार्टफोन उद्योग के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है. सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल और स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहन देने वाली नीतियां कंपनियों को यहां निवेश के लिए आकर्षित कर रही हैं. साथ ही, युवा आबादी और डिजिटल तकनीक की बढ़ती स्वीकार्यता भारत को एक आकर्षक बाजार बनाती है. पेई जैसे उद्यमियों का मानना है कि यह भारत के लिए वह सुनहरा अवसर है, जिसका लाभ उठाकर देश वैश्विक स्मार्टफोन उद्योग में अपनी पहचान बना सकता है.
नथिंग की सफलता इस बात का प्रमाण है कि भारत में नवाचार और विकास की अपार संभावनाएं मौजूद हैं. आने वाले वर्षों में यह देखना रोचक होगा कि कैसे भारत इस अवसर का उपयोग कर स्मार्टफोन उद्योग में एक नया अध्याय लिखता है.