Infosys Q4 results: भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,033 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है. यह आंकड़ा बाजार की उम्मीदों से कम रहा, क्योंकि विश्लेषकों ने 7,278 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था. मुनाफे में कमी आने के बावजूद कंपनी ने 22 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड देने का ऐलान किया है.
कंपनी का राजस्व इस तिमाही में 7.9 प्रतिशत बढ़कर 40,925 करोड़ रुपये रहा. यह भी विश्लेषकों की उम्मीद से कम रहा, जिन्होंने 42,133 करोड़ रुपये के राजस्व की संभावना जताई थी. सालाना आधार पर मुनाफा घटा है, लेकिन पिछली तिमाही की तुलना में कंपनी के मुनाफे में 3.3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है. यह जानकारी कंपनी ने 17 अप्रैल को अपनी नियामकीय फाइलिंग में दी.
प्रति शेयर 22 रुपये डिविडेंड देने का ऐलान
मुनाफे में गिरावट के बावजूद, इंफोसिस ने अपने निवेशकों को खुशखबरी दी है. कंपनी ने एक शेयर पर 22 रुपये का अंतिम डिविडेंड देने की घोषणा की है. यह डिविडेंड वित्त वर्ष 2024-25 के लिए घोषित किया गया है. डिविडेंड का भुगतान 30 जून 2025 को किया जाएगा.
रिकॉर्ड तिथि 30 मई तय की गई
कंपनी ने अपने नियामकीय दस्तावेज में कहा है कि वार्षिक आम बैठक और डिविडेंड के भुगतान के लिए रिकॉर्ड तिथि 30 मई 2025 निर्धारित की गई है.
आने वाले वित्त वर्ष के लिए धीमी ग्रोथ का अनुमान
इंफोसिस ने अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने राजस्व वृद्धि का अनुमान 0 से 3 प्रतिशत के बीच रखा है. इससे पहले जनवरी में कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपनी ग्रोथ गाइडेंस 4.5-5 प्रतिशत कर दी थी, जो पहले 3.75-4.5 प्रतिशत थी.
कंपनी के शेयरों में हल्की बढ़त
चौथी तिमाही के नतीजों से पहले इंफोसिस के शेयरों में हल्की तेजी देखने को मिली. कंपनी के शेयर NSE पर 1 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ 1,427.7 रुपये पर बंद हुए.