Gold Silver Price: दिल्ली में सोने की कीमत में साल की शुरुआत से ही कुछ तेजी देखी जा रही है. देशभर का ही यही हाल है. ऐसा इसलिए है क्योंकि साल की शुरुआत में इक्विटी बाज़ारों में गिरावट आई थी. जिसके कारण निवेशकों ने सोने जैसी सुरक्षित निवेश वाली संपत्ति में निवेश करना शुरू कर दिया था.
पिछले कुछ सालों में यह कीमती धातु शायद लोगों की पहली पसंद न रही हो, क्योंकि कीमतें सीमित दायरे में रही हैं. साल की शुरुआत में इक्विटी कीमतों में गिरावट के कारण निवेश के तौर पर सोने की ओर लोगों का आकर्षण बढ़ा.
ग्राम-आज-कल -परिवर्तन
1-₹8,576-₹8,575- + ₹1
8-₹68,608-₹68,600- + ₹8
10- ₹85,760- ₹85,750 -+ ₹10
100-₹8,57,600- ₹8,57,500- + ₹100
ग्राम-आज-कल - परिवर्तन
भारत में सोने की कीमतें वैश्विक और घरेलू कारकों के संयोजन से प्रभावित होती हैं, जिनमें वैश्विक मांग और आपूर्ति, मुद्रा में उतार-चढ़ाव, मुद्रास्फीति, भू-राजनीतिक घटनाएं और आयात शुल्क और कर जैसी भारतीय सरकार की नीतियां शामिल हैं.
दुनिया भर में सोने की समग्र मांग और आपूर्ति इसकी कीमत पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है.
उच्च मुद्रास्फीति मुद्रा की क्रय शक्ति को नष्ट कर देती है, जिससे सोना एक सुरक्षित परिसंपत्ति बन जाता है, जिससे मांग में वृद्धि हो सकती है और कीमतें भी बढ़ सकती हैं.
वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता और अस्थिरता निवेशकों को सोने जैसी सुरक्षित परिसंपत्तियों की तलाश करने के लिए प्रेरित कर सकती है, जिससे मांग में वृद्धि होगी और कीमतें ऊंची होंगी.
कम ब्याज दरें सोने को निवेश के रूप में अधिक आकर्षक बना सकती हैं, क्योंकि निवेशक अन्य परिसंपत्तियों पर ब्याज कमाने की तुलना में सोना रखना पसंद कर सकते हैं.